मोटे अनाज प्रोटीन, स्टार्च और फाइबर के बढ़िया स्रोत है डॉ. नन्दिता पाठक
स्वामी विवेकानन्द विश्वविद्यालय में कार्यक्रम सम्पन्न
सागर। स्वामी विवेकानन्द विश्वविद्यालय सागर एवं भारतीय स्त्रीशक्ति के संयुक्त तत्वाधान में “जलवायु परिवर्तन एवं महिला स्वास्थ्य वर्धन में अन्न की उपयोगिता” विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का कार्यक्रम आयोजन दीप प्रज्जवलन के साथ प्रारंभ हुआ स्वागत भाषण एवं परिचय प्रदेश उपाध्यक्ष भारतीय स्त्री शक्ति, सागर (म.प्र.), डॉ. प्रतिभा तिवारी ने किया, साथ ही अपने उदबोधन में कहा सल्हार, कांग, ज्वार, मक्का, मडिया, कुटकी, सांवा, कोदो आदि सभी को अनाजों को मोटे अनाजों की श्रृंखला में रखा गया है। इन्हें कई नामों से जाना जाता है जैसे मोटे अनाज, गरीबों का अनाज मिलेटस एवं श्री अन्न गेंहू और चावल की तुलना में ये अनाज मोटे और खुरदरे होते है। इनके उत्पादन में ज्यादा मेंहनत नहीं करनी पड़ती। कम पानी और बंजर भूमि तथा विपरीत मौसम में भी ये अनाज उगाए जा सकते हैं। मोटा अनाज का सेवन कई बीमारीयों से बचाव करता है। तत्पश्चात् उदबोधन की अगली श्रृंखला में मुख्य वक्ता डॉ. नन्दिता पाठक, ब्रान्ड एम्बेसडर, स्वच्छ भारत अभियान, भोपाल (म.प्र.) ने कहा- कि महिला का अर्थ होता – हैं महान गुणों से ओतप्रोत महिलाओं को अपना तथा परिवार के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने के उद्देश्य से मोटे अनाज को समझना होगा। संतुलित आहार एवं भारतीय त्योहार पर मोटे अनाजों का उपयोग किये जाने पर विस्तृत चर्चा कि इस कार्यक्रम का अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रो. नीलिमा गुप्ता, कुलपति, डॉ. हरीसिंह गौर केन्द्रीय विश्वविद्यालय सागर द्वारा दिया गया। 2023 को मोटे अनाजों का अन्तर्राष्ट्रीय वर्ष घोषित किया गया है जिसमें विश्व के 70 से अधिक दशों में इस प्रस्ताव का समर्थन किया है। मोटे अनाजों में विटामिन होता है जो शरीर के मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया को ठीक रखता है जिससे कैंसर जैसी बीमारिया नहीं होती। ये डायबिटीज को रोकने में सक्षम है। आभार ज्ञापन स्वामी विवेकानन्द विश्वविद्यालय के वाणिज्य एवं प्रबंध विभाग को विभागाध्यक्ष डॉ. सुनीता दीक्षित द्वारा किया गया। मंच संचालन स्वामी विवेकानन्द विश्वविद्यालय को सहायक प्राध्यापक श्रीमती अंतिमा शर्मा द्वारा किया गया। कार्यक्रम समापन कल्याण मंत्र के साथ हुआ। दिनांक 1 से 7 सितम्बर 2023 तक चल रहे राष्ट्रीय पोषण सप्ताह के उपलक्ष्य में डॉ. प्रतिभा तिवारी ने अन्न उपजाऊ स्थल का भूमि पूजन डॉ. नंदिता पाठक के करकमलों से कराया , इस स्थल पर सभी मोटे अनाज जो स्वास्थ्य वर्धक है उनके उपज के लिए प्रोत्साहन दिया जाएगा।