लोकहितकारी योजनाओं का समाज के अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति तक लाभ देना एवं सुरक्षा प्रदान करना जिला एवं पुलिस-प्रशासन की पहली प्राथमिकता

लोकहितकारी योजनाओं का समाज के अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति तक लाभ देना एवं सुरक्षा प्रदान करना जिला एवं पुलिस-प्रशासन की पहली प्राथमिकता

सागर। शासन की लोक हितकारी योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे एवं उनके जीवन की शत प्रतिशत सुरक्षा हो इसके लिए सागर संभाग सहित जिला प्रशासन के सभी अधिकारियों द्वारा 24 घंटे, वर्ष के 365 दिन कठोर परिश्रम, अनुशासन एवं आत्मनिर्भरता के साथ कार्य कर जिले को आंगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है।

21 अप्रैल सिविल सर्विस दिवस के अवसर पर हम बात कर रहे हैं संभाग के वरिष्ठ अधिकारी संभागायुक्त डॉ वीरेन्द्र सिंह रावत की जिनके द्वारा लगातार संभाग के निरीक्षण एवं बैठकों के माध्यम से प्रशासन को चुस्त-दुरुस्त करते हुए शासन की योजनाओं का लाभ जन-जन तक पहुंचाने के लिए कार्य किया जा रहा है। डॉ रावत के द्वारा शासन की सभी योजनाओं को क्रियान्वयन कराने के लिए सभी कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ सहित समस्त जिला अधिकारियों के माध्यम से कार्य किया जा रहा है। इसी प्रकार पुलिस महानिरीक्षक डॉ प्रमोद वर्मा के द्वारा संभाग के निवासियों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए कार्य किया जा रहा है श्री वर्मा के द्वारा संभाग के सभी जिलों में सौहार्दृपूर्ण वातावरण बनाए रखने के लिए सभी पुलिस अधिकारियों के माध्यम से समय-समय पर कानून व्यवस्था की समीक्षा की जा रही है। सर्वधर्म समभाव को दृष्ठिगत रखते हुए सभी धर्मों के त्यौहारों के पूर्व जिला स्तर से लेकर थाना स्तर तक शांति समितियों की बैठक आयोजित कर शांति व्यवस्था बनाई रखी जा रही है। उप पुलिस महानिरीक्षक श्री सुनील जैन के द्वारा पुलिस महानिरीक्षक श्री प्रमोद वर्मा के द्वारा दिए गए दायित्वों का निर्वहन करते हुए सागर रेंज में शांति व्यवस्था बनाए रखने का कार्य कर रहे हैं।

कलेक्टर श्री संदीप जी आर के द्वारा जिले में समाज के अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति तक एवं दिव्यांग, कमजोर, जरूरतमंद व्यक्तियों की समस्याओं के निराकरण के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं। कलेक्टर श्री संदीप जी आर के द्वारा जिले में अनेक नवाचार कर जिले वासियों को लाभान्वित कर जिले का नाम प्रदेश स्तर पर अंकित किया जा रहा है। हम बात करें कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी न्यायालय की जहां प्रकरणों के निराकरण में मध्यप्रदेश में प्रथम स्तर पर रहा, सीएम हेल्पलाईन प्ररकणों के निराकरण में लगातार तीन बार मध्यप्रदेश में सागर प्रथम स्थान पर रहा इसी प्रकार जन सुनवाई में आने वाले व्यक्तियों की समस्याओं के निराकरण के साथ-साथ दिव्यांग फ्रेण्डली जनसुनवाई करते हुए दिव्यांगों की समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है। इसी प्रकार श्रृद्धांजलि योजना के माध्यम से मध्यप्रदेश में सर्वाधिक अनुकंपा नियुक्ति के साथ-साथ नामांतरण, फौती, बंटवारा, सीमाकन, अंत्येष्ठि सहायता राशि देने का कार्य भी किया जा रहा है। इसी प्रकार जिले के सभी विकासखंडों में स्व-सहायता समूह एवं आवश्यकतानुसार व्यक्तियों को लाभान्वित करने के लिए फ्रूट फॉरेस्ट योजना के अंतर्गत फलदार पौधों का रोपण किया जा रहा है। बच्चों को पोषण युक्त भोजन के लिए रंगीन रोटी के साथ-साथ मुनगा, चुकंदर, पालक, गाजर, मुनगा के फूल मिक्स रोटी एवं सब्जी का वितरण किया जा रहा है। इसी प्रकार 2633 आंगनवाड़ी केन्द्रों में किचन गार्डन तैयार करना एवं उसमें 10-10 मुनगा के पौधे रोपण करने का कार्य भी किया जा रहा है।

कलेक्टर श्री संदीप जी आर के द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देते हुए सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि सभी अपने अपने क्षेत्र के विद्यालयों एवं स्वास्थ्य केंद्रों का लगातार निरीक्षण करे एवं प्रतिवेदन दें जिससे कि सभी विद्यालय एवं स्वास्थ्य केंन्द्र समय पर संचालित हो रहे हैं।

कलेक्टर श्री संदीप जी आर के द्वारा शासन के निर्देशानुसार जिले को डिजीटल बनाने के लिए ई-ऑफिस सिस्टम को लागू किया और अब जिले के सभी कार्यालयों में फाईलों का आदान-प्रदान ई-ऑफिस के माध्यम से किया जाने लगा है। इसी प्रकार जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत प्राचीन तालाबों को संरक्षण एवं अतिक्रमण मुक्त करने के लिए उनका सीमांकन कराकर मुनारे बनाने का कार्य भी कराया जाकर जा रहा है। इसी प्रकार छोटे नदी नाले तालाब को पुनर्जीवित करने का अभियान भी प्रारंभ किया गया है।

कलेक्टर श्री संदीप जी आर एवं पुलिस अधीक्षक श्री विकास शाहवाल के आपसी समन्वय से जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने में लगातार कार्य किया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक श्री विकास शाहवाल के द्वारा जिले की कानून व्यवस्था पर नजर रखते हुए जिले में घटने वाले सभी अपराधों को कंट्रोल किया जा रहा है। उनकी दूरदर्शिता के चलते विगत दिवस हुई कुछ घटनाओं में तत्काल कार्यवाही करते हुए घटनाओं पर काबू कर निराकरण किया गया।

जिला पंचायत सीईओ श्री विवेक केवी के द्वारा जिले की 765 ग्रामपंचायतों पर नजर रखते हुए उनकी आवश्यतानुसार कार्य किए जा रहे है। उनके द्वारा जल गंगा संवर्धन अधियान, पानी रोको अभियान के तहत जगह-जगह कार्य किए जा रहे हैं। इसी प्रकार राशन वितरण, रबि उपार्जन, मध्यान्य भोजन वितरण, अमृत सरोवर निर्माण, 15वां वित्त के अंतर्गत किए जा रहे कार्य पर निगरानी करते हुए कार्य किए जा रहे हैं।

जिले में श्री शैलेष माल्चा आईएफएस के द्वारा वन विभाग में परिवीक्षा के दौरान लगातार कार्य किया जा रहा है। इसी प्रकार श्री राजकरण आईपीएस सुरखी थाने में परिवीक्षा के तौर पर कार्य करते हुए कानून व्यवस्था बनाए रखे हैं। श्री सुनील तिवारी कमाण्डेंट 10वीं बटालियन भी लगातार कार्य कर रहे हैं। श्री महेन्द्र प्रताप सिंह दक्षिण वनमंडल अधिकारी एवं डॉ. एए अंसारी वन मंडल अधिकारी नौरादेही रानी दुर्गावती अभ्यारण्य में कार्य करते हुए शासन की योजनाओं का लाभ देने के साथ साथ वन संपदा को सुरक्षित करने का कार्य कर रहे हैं।

नगर निगम आयुक्त श्री राजकुमार खत्री के द्वारा नगर निगम क्षेत्र में शहरवासियों के लिए नगर निगम एवं स्मार्ट सिटी के माध्यम से शहर सौन्दरयीकरण के साथ साथ अन्य विकास कार्य किए जा रहे हैं।

अपर कलेक्टर श्री रूपेश उपाध्याय के द्वारा जिले के सभी राजस्व प्रकरणों का निराकरण करने के साथ साथ जिला पुरातत्व एवं संस्कृति विभाग के माध्यम से कॉपीटेबिलबुक, सागर टूरिस्ट गाईड का प्रकाशन एवं सागर ड्रीम के माध्यम से समय समय पर लोक संगीत का कार्यक्रम भी आयोजित किया जा रहा है।

संयुक्त कलेक्टर श्रीमती आरती यादव, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती अदिति यादव, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती जूही गर्ग, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती भव्या त्रिपाठी, संयुक्त कलेक्टर श्री गोविन्द दुबे, संयुक्त कलेक्टर श्री देवेन्द्र प्रताप सिंह, संयुक्त कलेक्टर श्री गगन बिसेन, संयुक्त कलेक्टर श्री मुनव्वर खान, संयुक्त कलेक्टर श्री अशोक सेन, संयुक्त कलेक्टर श्री मनोज चौरसिया, डिप्टी कलेक्टर श्री विजय डेहरिया, डिप्टी कलेक्टर श्री रोहित वर्मा, डिप्टी कलेक्टर श्री नवीन ठाकुर, अपने अपने अनुविभाग में बाखूबी एसडीएम एवं ओआईसी, कलेक्टर कार्यालय सहित कलेक्टर के द्वारा दिए गए कार्यों का निर्वहन करते हुए जिले वासियों को उनकी समस्याओं का समय पर एवं सुगमता से निराकरण कर रहे हैं।

सिविल सर्विसेज डे की शुरुआत 21 अप्रैल 2006 को हुई थी। यह दिन इसलिए चुना गया क्योंकि 21 अप्रैल 1947 को भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने दिल्ली के मेटकाफ हाउस में सिविल सेवकों को संबोधित करते हुए उन्हें भारत की स्टील फ्रेम कहा था। उन्होंने कहा था कि सिविल सेवा ही देश की अखंडता बनाए रखने वाली संस्था है।

सिविल सेवाएं किसी भी लोकतांत्रिक देश की रीढ़ होती हैं। ये अधिकारी नीति निर्माण, प्रशासन, कानून व्यवस्था, जन कल्याण योजनाओं का क्रियान्वयन, और सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने जैसे कार्यों में अहम भूमिका निभाते हैं। चाहे वह आईएएस, आईपीएस, आईएफएस या अन्य सेवाएं हों, इनकी भागीदारी देश के विकास और सुशासन के लिए अनिवार्य है। सिविल सर्विसेज डे का उद्देश्य है, सिविल सेवकों को उनकी भूमिका की पुनः याद दिलाना। बेहतरीन कार्य करने वाले अधिकारियों को पुरस्कार देकर प्रेरित करना।

शासन प्रणाली में पारदर्शिता, उत्तरदायित्व और जनकल्याण की भावना को प्रोत्साहन देना

सिविल सर्विसेज डे केवल एक स्मरण दिवस नहीं है, यह एक संकल्प लेने का दिन है कृत संकल्प, कि सिविल सेवक जनता की सेवा में निष्ठा और ईमानदारी से काम करेंगे। यह दिन हमें यह सोचने का अवसर भी देता है कि एक नागरिक के रूप में हम भी देश के विकास में किस तरह योगदान दे सकते हैं।
गजेन्द्र ठाकुर-9302303212
KhabarKaAsar.com
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