कलेक्टर ने इंदिरा नेत्र चिकित्सालय, बीड़ी अस्पताल, संभागीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सहित अन्य संस्थाओं का किया औचक निरीक्षण
सागर। कलेक्टर संदीप जी आर ने एस डी एम श्रीमति अदिति यादव सहित अन्य अधिकारियों के साथ इन्दिरा नेत्र चिकित्सालय, बीड़ी अस्पताल, संभागीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सहित अन्य संस्थाओं का औचक निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिए। इस अवसर पर श्रीमती प्रियंका राय , तहसीलदार प्रवीण पाटीदार, सुनील शर्मा, संभागीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य सुनील देसाई सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
कलेक्टर ने आज संभागीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान पहुंचकर शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं से बातचीत की एवं उनके भविष्य के संबंध में , लक्ष्य के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर ने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के रेफ्रिजरेशन एंड एयर कंडीशनर ट्रेड में बच्चों से एवं प्रशिक्षण अधिकारी श्री अनुराग पाठक से प्रशिक्षण की जानकारी ली तथा गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण हेतु मार्गदर्शन दिया। उन्होंने फिटर मशीनिस्ट एवं टर्नर ट्रेड का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने आईटीआई में छात्रावास का भी निरीक्षण किया एवं निर्देश दिए कि छात्रावास में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें एवं गर्मी को देखते हुए कूलर, पंखा भी उपलब्ध कराएं। उन्होंने निर्देश दिए कि छात्रावास में छात्र-छात्राओं को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होनी चाहिए।
कलेक्टर संदीप जी आर ने इंदिरा नेत्र चिकित्सालय का भी निरीक्षण किया जहां उन्होंने अस्पताल में मौजूद डॉक्टर और स्टाफ से अस्पताल में आने वाले, स्वास्थ्य परीक्षण करने वालों की संख्या एवं संसाधन के संबंध में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने ऑपरेशन थिएटर, दवा वितरण केंद्र , पंजीकरण केंद्र, प्रशिक्षण केंद्र सहित अन्य केंद्रों का भी निरीक्षण किया। तत्पश्चात कलेक्टर श्री संदीप जी आर ने बीड़ी अस्पताल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मौजूद डॉक्टर से अस्पताल के संबंध में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि अस्पताल के संबंध में संपूर्ण प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। अस्पताल परिसर एवं भवन के संबंध में आवश्यक जानकारी प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए।
कलेक्टर ने श्री संदीप जी आर खुरई रोड स्थित आदिम जाति कल्याण विभाग के द्वारा संचालित कन्या छात्रावास का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने छात्रावास की छात्राओं के लिए सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए एवं छात्रावास परिसर में पुराने भवन को पीडब्ल्यूडी के माध्यम से डिस्मेंटल करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि सभी पुराने भवन जो अनुपयोगी हैं, उन्हें तत्काल डिस्मेंटल किया जावे।