अनजान लड़कियों से चैटिंग का शौक बना धोखाधड़ी का कारण, 158 मामलों में 13 लाख की ठगी
इंदौर। सोशल मीडिया और डेटिंग एप्स पर अनजान लड़कियों से चैटिंग करने के शौकीन पुरुष अपराधियों के शिकार हो रहे हैं। साइबर ठग अश्लील चैटिंग और ब्लैकमेलिंग के जरिए उनकी जेबें खाली कर रहे हैं। एडिशनल डीसीपी (अपराध) राजेश दंडोतिया ने बताया कि पिछले साल 158 मामलों में 13 लाख रुपये की ठगी की शिकायतें दर्ज की गईं।
कैसे होती है ठगी?
साइबर अपराधी डेटिंग एप्स और सोशल मीडिया पर लड़कियों की प्रोफाइल बनाकर पुरुषों को फंसाते हैं। वाइस चेंजर तकनीक का उपयोग कर वे लड़कियों की आवाज में बातचीत करते हैं। ठग धीरे-धीरे पुरुषों का विश्वास जीतते हैं और उनकी निजी जानकारियां हासिल कर लेते हैं।
कुछ दिनों की चैटिंग के बाद ठग खुद को अच्छा पार्टनर दिखाने की कोशिश करते हैं।
अचानक, वे पुरुष पर अन्य महिलाओं से चैटिंग करने का आरोप लगाते हैं और उनकी सोशल मीडिया आईडी और पासवर्ड ले लेते हैं।
ठग मेडिकल इमरजेंसी या अन्य बहाने बनाकर पैसे मांगते हैं।
इसके बाद, अश्लील चैटिंग या वीडियो कॉल के दौरान पुरुषों का निर्वस्त्र वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल किया जाता है।
डेटिंग एप्स पर फंसाने का जाल
दंडोतिया के अनुसार, ठग टिंडर, बंबल, हैपन, आक्यूपिड, जूस्क जैसे एप्स पर सक्रिय रहते हैं। आकर्षक प्रोफाइल और सुंदर तस्वीरें देखकर पुरुष उनके जाल में फंस जाते हैं।
पुलिस की अपील
साइबर सेल के अनुसार, 2024 में 158 शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें 13 लाख रुपये की ठगी हुई। हालांकि, पुलिस ने 37% राशि वापस दिलाई है।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया और डेटिंग एप्स पर अनजान लोगों से बात करते समय सतर्क रहें और अपनी निजी जानकारी साझा न करें।
“अनजान लोगों से चैटिंग के दौरान सतर्कता ही बचाव है,” दंडोतिया ने कहा।