PWD का इंजीनियर 30000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार

PWD का इंजीनियर 30000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार

छिंदवाड़ा। एमपी में भ्रष्टाचार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। सरकारी कर्मचारी बिल पास कराने के नाम पर रिश्वत की मांग करते हैं। ऐसा ही एक मामला छिंदवाड़ा से सामने आया है। जहां PWD विभाग के सब इंजीनियर को आज जबलपुर की लोकायुक्त टीम ने 30,000 की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। आरोपी इंजीनियर की पहचान हेमंत कुमार जैन के रूप में हुई है। वह पीआईयू भवन में कार्यपालन यंत्री के पद पर पदस्थ है। दरअसल, इस भ्रष्ट इंजीनियर की शिकायत ठेकेदार साजिद अली मीर ने जबलपुर लोकायुक्त से की थी। शिकायत में साजिद ने बताया था कि उसके द्वारा आईटीआई पांढुर्ना में डीजल मैकेनिक वर्कशॉप एवं बाउंड्री वॉल का कार्य किया था। जिसकी निर्माण एजेंसी लोक निर्माण विभाग पीआईयू है। इस निर्माण में करीब लाखों का खर्चा हुआ था।

बिल क्लियर कराने के लिए मांगी रिश्वत
साजिद अपने द्वारा किए गए लाखों के निर्माण कार्य का मूल्यांकन करने और बिल जमा करने के लिए सब इंजीनियर हेमंत जैन के पास गया। तो ज्यादा से ज्यादा बिल पास करने और मूल्यांकन के नाम पर 55,000 की रिश्वत की मांग रहा था। इसके बाद साजिद ने सीधे जबलपुर के लोकायुक्त से इसकी शिकायत की।
दो किस्त में इंजीनियर को देने थे पैसे
लोकायुक्त में शिकायत आने के बाद डीएसपी दिलीप झारबडे़ अपनी टीम के साथ पीआईयू छिंदवाड़ा पहुंचे। जहां उन्होंने ऑफिस में निर्धारित रूपरेखा के अनुसार साजिद को 30,000 लेकर इंजीनियर के केबिन में पहुंचाया। जैसे इंजीनियर ने रिश्वत ली वैसे ही लोकायुक्त की टीम ने उसे धर दबोचा। आरोपी सब इंजीनियर के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।
लगातार हो रही कार्रवाई से उठ रहे सवाल
यहां लगातार लोकायुक्त की टीम के द्वारा दबिश दी जा रही है। साथ ही सरकारी अधिकारी लोकायुक्त के चंगुल में फंसते जा रहे हैं। पिछले 6 महीने में यहां पांच भी बड़ी कार्रवाई है। जिससे सवाल यह उठ रहा है कि आखिरकार छिंदवाड़ा जिले में ऐसे भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारियों के जाल में आखिर कब तक आम आदमी फंसा रहेगा।

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