हमारा इतिहास/परंपरा

कांग्रेस ने सागर पहुँची स्वर्णिम विजय यात्रा का स्वागत किया सेवादल ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर

कांग्रेस ने सागर पहुँची स्वर्णिम विजय यात्रा का स्वागत किया सागर- जिला ग्रामीण कांग्रेस के अध्यक्ष स्वदेश जैन, जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री अतुल नेमा के नेतृत्व में स्थानीय राहतगढ़ बस स्टेंड चौराहे पर ऑल इंडिया स्तर पर निकलने वाली स्वर्णिम विजय यात्रा का स्वागत किया गया। सेवादल अध्यक्ष सिंटू कटारे के नेतृत्व में सेवादल […]

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मप्र के सागर को क्यों कहा जाता हैं शांति का टापू ब्रिटिश काल के दौरान 1927 का यह पत्र देखिए

स्पेशल रिपोर्ट गजेन्द्र ठाकुर ✍️-9302303212 जानकारों ने बताया हैं यह दस्तावेज 1927 का जब भारत में अंग्रेजी हुकुमत थी और मप्र के सागर में आपसी भाईचारे को बचाये रखने के लिए इस शहर के प्रतिष्ठित परिवारों के चुनिंदा लोगो ने जिनको शहर के अमन चैन की फिक्र थी मिलकर एक कमेटी बनाई थी जिसमें 5

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MP: 1933 में गाँधी जी ने देवरी में लालाजू मंदिर में हरिजनों का प्रवेश कराया था मालगुजार परिवार में ठहरे थे बापू

सागर। देवरी की सुखचैन नदी के तट पर स्थित राधा कृष्ण दरबार मंदिर जो लाला जू मंदिर के नाम से प्रसिद्धि हाँसिल किये है जहाँ 2 दिसंबर सन 1933 में गांधी जी ने हरिजनों का प्रवेश कराया था धार्मिक, राजनैतिक ऐतिहासिक और साहित्यिक धरोहरों को अपने आप में समेटे यह प्राचीन मंदिर देवरी नगर के

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भारत एक अत्यंत समृद्ध देश था यहाँ की कृषि व ग्रामीण व्यवस्था संसार में सर्वश्रेष्ठ थी हमारी बैलगाड़ी तक भी चाँदी जड़ी होती थी

भारत एक अत्यंत समृद्ध देश था। यहाँ की कृषि व ग्रामीण व्यवस्था संसार में सर्वश्रेष्ठ थी। हमारी बैलगाड़ी तक भी चाँदी जड़ी होती थी। इसको कमजोर करने व लूटने के विदेशियों ने अनेक षड्यंत्र रचे पर अंग्रेजों के आने तक कोई दूसरी ताकत इसमें सफल नहीं हो पायी। उस समय तक किसान व गाँव पूर्णतः

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लंदन जाकर लिया था जलियांवाला बाग नरसंहार का बदला/आज सरदार उधम सिंह का बलिदान दिवस

शहीद सरदार उधम सिंह भारतीय इतिहास में एक ऐसा नाम है, जिसे जलियावाला बाग नरसंहार का बदला लेने के लिए याद किया जाता है। सरदाम उधम सिंह नाम उन क्रांतिकारियों में शामिल है, जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपना जान न्यौछावार कर दी, आज के ही दिन 1940 में उन्हें जनरल ओ डायर की

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फ़ोटोग्राफ़ी प्रतियोगिता में भाग लेने का सुनहरा मौका सागर की धरोहरों को मिलेंगे नये रंग

फ़ोटोग्राफ़ी इवेंट में भाग लेने का सुनहरा मौका रचनात्मकता से दें सागर की धरोहरों को नये रंग सागर, 18 जनवरी, 2020 कहते हैं रचनात्मकता का कोई दौर, कोई समय या कोई मसौदा नहीं होता। कई बार व्यक्ति अपने ही विशेष ढंग में कुछ ऐसा कर जाता है जो स्वयं इतिहास और धरोहर बन जाता है।

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सागर के अनछुए पहलुओं से होंगे लोग रूबरू पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा-कलेक्टर दीपक सिंह

सागर के अनछुए पहलुओं से होंगे रूबरू,ज़िले के पर्यटन को नए आयाम देने जिला पर्यटन संवर्धन परिषद की बैठक सम्पन्न सागर ज़िले में ऐसे कई महत्वपूर्ण स्थान हैं जो पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। परंतु उचित विकास न होने के कारण आज भी शहरवासी तथा पर्यटक उनसे अनजान हैं। ज़िले के इन अनछुए पहलुओं

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अब बच्चे युवा और पर्यटक होंगे जिले की विरासत से रूबरू- कलेक्टर दीपक सिंह

सागर की अमूल्य धरोहरों को सहेजने के लिए कलेक्टर ने शुरू की मुहिम अब बच्चे युवा और पर्यटक होंगे जिले की विरासत से रूबरू शहर से पहचान कराती ‘वॉकिंग दी हेरीटेज ऑफ सागर’ बुक हुई लाँच सागर-मप्र// सागर की अमूल्य धरोहरों, ऐतिहासिक इमारतों, प्राकृतिक स्थानों और सांस्कृतिक महत्व की विरासत को सहेजने के लिए कलेक्टर

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जब एक किसान गंदे कपड़ो में थाने पहुंचे फिर कुछ ऐसा हुआ कि पूरा थाना हुआ सस्पेंड

जब एक किसान गंदे कपड़े पहन थाने में पहुंचे,थाने में कुछ ऐसा हुआ कि पूरा थाना हुआ सस्पेंड…‼️ सन 1979 की बात है। शाम 6 बजे एक किसान इटावा ज़िला के ऊसराहार थाने में मैला कुचैला कुर्ता धोती पहने पहुँचा और अपने बैल की चोरी की रपट लिखाने की बात की। छोटे दरोग़ा ने पुलिसिया

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खजाने की तलाश में छतरियों को नेस्तनाबूद कर दिया मिस्ट्री बन चुके “दुबे” तालाब का इतिहास- डॉ. रजनीश जैन

‘ मिस्ट्री बन चुके “दुबे” तालाब का इतिहास ‘ (रजनीश जैन✍️) यह एक गुजराती हीरा व्यापारी की कहानी है जो सीधे पन्ना और बाजीराव पेशवा से जुड़ती है। एक ऐसी शख्सियत की कहानी जो संभवतः देश के हीरा उद्योग का आदि पुरूष साबित हो सकता है। मराठा साम्राज्य की आर्थिक इमारत को जिसने हीरों से

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