सागर। शहर के चौराहे, तिराहे पर जहाँ भी आईटीएमएस सिस्टम के कैमरे स्थापित हैं उन सभी पॉइंट्स पर ड्यूटी करने वाले पुलिस अधिकारी/कर्मचारी के नाम नम्बर आदि इंटिग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में ऑपरेटर्स के पास होना चाहिए। उक्त निर्देश कलेक्टर सह अध्यक्ष सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड संदीप जी आर ने शुक्रवार को स्मार्ट सिटी के आईट्रिपलसी का निरीक्षण करते समय दिये। उन्होंने इंटेलिजेंट ट्रेफिक मैनेजमेंट सिस्टम के कैमरों की आउटपुट फुटेज आईसीसीसी की बड़ी डिजिटल स्क्रीन पर देखीं और सिविल लाईन चौराहे पर रेड सिग्नल के दौरान जेब्रा क्रासिंग पर खड़ी कार को स्टॉप लाईन से पीछे कराने के लिए अनाउंसमेंट करने के निर्देश आईटीएमएस ऑपरेटर को दिये। ऑपरेटर ने वाहन को पीछे करने के लिए नंबर प्लेट ट्रेस की तो उक्त वाहन पर नंबर प्लेट नहीं थी।
कलेक्टर संदीप जी आर ने सभी को निर्देशित करते हुए कहा की वाहन पर नंबर प्लेट न होने की स्थिति में तत्काल उक्त पॉइंट पर तैनात पुलिसकर्मी को नाम पदनाम आदि से अनाउंसमेंट करें और उक्त वाहन की चेकिंग हेतु जानकारी देकर उचित कार्यवाही सुनिश्चित करायें। शहर में चौराहे तिराहे पर जहाँ भी आईटीएमएस सिस्टम के कैमरे स्थापित हैं उन सभी पॉइंट्स पर ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मी अधिकारी/कर्मचारी के नाम नम्बर आदि इंटिग्रेटेड कमांड एंड कण्ट्रोल सेंटर में होना चाहिए। ताकि समय पड़ने पर तत्काल सूचित कर कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके। ऐसा करने से बिना नम्बर प्लेट वाले आपराधिक गतिविधियों में लिप्त दो-पहिया, चार-पहिया और अन्य वाहनों सहित आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को भी ट्रेस कर पकड़ने व कार्यवाही करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा की यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्ती से चालानी कार्यवाही करें। लाल सिग्नल होने पर अपने वाहनों को स्टॉप लाईन के पीछे न रोकने वालों (रेड सिग्नल जम्प), दोपहिया वाहन पर तीन सवारी बैठकर गाड़ी चलाने वालों(ट्रिपल राइड), दोपहिया वाहनों पर हेलमेट न लगाने वालों (नो हेलमेट) सहित चार पहिया वाहन में सीट बेल्ट न लगाने वालों पर भी चालानी कार्यवाही करें।
आईटीएमएस सिस्टम के तहत चौराहों पर लगे उपकरणों को और उन्नत बनाएं ताकि चार पहिया वाहनों में सीट बेल्ट न लगाने वालों को भी आसानी से ट्रेस किया जा सके और उन पर भी चालानी कार्यवाही सुनिश्चित हो। दो-पहिया वाहन चालकों को वाहन दुर्घटना के समय जान का खतरा अधिक होता है इसलिए दोपहिया वाहन चालक और उसके साथ पीछे बैठने वाली सवारी को भी हेलमेट अवश्य लगाना चाहिए, हेलमेट का समुचित उपयोग वाहन चालक करें इसके लिए अनाउंसमेंट कर नागरिकों और वाहन चालकों को प्रोत्साहित कर जागरूक बनाएं। नागरिकों को हेलमेट की उपयोगिता और उसके फायदे की जानकारी लगातार पहुंचाएँ। लोगों को बताइये को बिना हेलमेट वाहन चलाते समय दुर्घटना होने की स्थति में सिर में चोट आने की संभावना अधिक होती है और गंभीर चोट की स्थति में अधिकांश वाहन दुर्घटनाओं में जान-माल की हानि होती है।
यातायात नियम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का एक माध्यम हैं जो की विभिन्न परीक्षाणों के बाद परिवहन विभाग और शासन द्वारा नागरिकों की सुरक्षा हेतु लागु किये जाते हैं। उक्त सभी यातायात नियमों का कड़ाई से पालन कराना स्थानीय प्रशासन और पुलिस प्रशासन की प्राथमिकता है। सागर में सड़क एवं यातायात दुर्घटनाओं को कम करते हुये नागरिकों का जीवन सुरक्षित बनाने के लिए आईटीएमएस सिस्टम सागर स्मार्ट सिटी द्वारा स्थापित किया गया है। आईटीएमएस के कैमरों की भूमिका यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के साथ ही शहर में आपराधिक गतिविधियों की निगरानी कर अपराधों पर लगाम लगाने में भी महत्वपूर्ण है।
कलेक्टर संदीप जी आर ने कहा की स्मार्ट सिटी का आईट्रिपलसी पूरी क्षमता से कार्य करे और शहर की मॉनिटरिंग व्यवस्था को और बेहतर बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाये। उन्होंने कहा की यहां से डोर टू डोर कचरा कलेक्शन वाहनों की निगरानी सतत रूप से की जा रही है ऐसे में विभिन्न वार्डों में यदि कचरा कलेक्शन वाहन नहीं पहुंचते हैं या अपने निर्धारित समय से आगे पीछे पहुँचे तो उसकी जानकारी भी रियल टाइम होना चाहिए और कोशिश करें की कचरा कलेक्शन वाहनों का किन्ही कारणवस रुट चेंज होने या न पहुंच पाने पर रिजर्व वाहन उक्त स्थल पर पहुँचे। इससे शहर की स्वच्छता व्यवस्था और दुरुस्त होगी। समय से कचरा कलेक्शन होगा तो नागरिकों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और गीला सूखा आदि कचरा कचरा वाहनों में ही देने का नागरिक प्रयास करेंगे। उन्होंने आईट्रिपलसी में तैनात पुलिस विभाग के कर्मचारी, सीएम हेल्पलाइन, जल गंगा संवर्धन हेल्पलाइन आदि अन्य से भी चर्चाकर कार्य की जानकारी ली एवं सम्बन्धित कार्यों को और बेहतर बनाने हेतु निर्देशित किया।