दमोह में धार्मिक ध्वज हटाने के विरोध में हंगामा, सीएमओ के चेहरे पर पोती कालिख
दमोह। धार्मिक ध्वज हटाने के विरोध में दमोह में भाजपा और हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने नगर पालिका सीएमओ प्रदीप शर्मा के चेहरे पर कालिख पोत दी। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने चक्काजाम कर विरोध जताया।
विरोध के कारण बढ़ा तनाव
नवरात्रि के शुभारंभ पर शुक्रवार रात घंटाघर पर हिंदूवादी संगठन द्वारा धार्मिक ध्वज लगाया जा रहा था, जिसे नगर पालिका कर्मचारियों ने हटाने की कोशिश की। कर्मचारियों ने बताया कि यह कार्रवाई सीएमओ के आदेश पर की गई। इससे संगठन के कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए और उन्होंने नगर पालिका सीएमओ के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया।
चक्काजाम और प्रदर्शन जारी
घटना की सूचना मिलते ही सीएसपी अभिषेक तिवारी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने सीएमओ को निलंबित करने की मांग की और चेतावनी दी कि जब तक कार्रवाई नहीं होगी, विरोध जारी रहेगा। प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट में ज्ञापन देने की भी घोषणा की।
प्रशासन का पक्ष
कलेक्टर सुधीर कोचर ने बताया कि इस मामले में संबंधितों को नोटिस जारी किया गया है और संगठन को भी अपना पक्ष रखने का अवसर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन मामले की निष्पक्ष जांच कर रहा है।
भाजपा नेताओं का बयान
भाजपा नेता सतीश तिवारी ने कहा कि नवरात्रि के अवसर पर हर साल की तरह घंटाघर की सजावट की जा रही थी, लेकिन इस बार सीएमओ ने कर्मचारियों को भेजकर धार्मिक ध्वज हटवाने का आदेश दिया। इससे हिंदूवादी संगठनों में रोष उत्पन्न हुआ।
सीएमओ पर हमले की चेतावनी
भाजपा युवा नेता अनुराग यादव और विवेक अग्रवाल ने कहा कि हिंदू धर्म के विरोधियों के साथ ऐसा ही व्यवहार किया जाएगा। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर धार्मिक भावनाओं का अपमान हुआ तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
सीएमओ का पक्ष नहीं आया सामने
सीएमओ प्रदीप शर्मा से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। अभी तक उन्होंने पुलिस थाने में कोई शिकायत भी दर्ज नहीं कराई है।
स्थिति तनावपूर्ण, प्रशासन सतर्क
वर्तमान में क्षेत्र में तनाव बना हुआ है, लेकिन पुलिस और प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने में जुटे हुए हैं। प्रशासन सभी पक्षों से संवाद कर मामले को सुलझाने का प्रयास कर रहा है।