नाबालिग बालिका के अपहरण के मामले में थाना नरयावली पुलिस को मिली सफलता
सागर। थाना नरयावली, जिला सागर के अंतर्गत ग्राम मदनपुरा की एक नाबालिग बालिका, जिसकी उम्र 17 वर्ष और 5 दिन थी, 24 अप्रैल 2024 को अपने घर से अचानक गायब हो गई थी। इसके पश्चात बालिका के परिजनों द्वारा थाना नरयावली में जुबानी रिपोर्ट दर्ज कराई गई, जिसके आधार पर पुलिस ने गुम इंसान क्र. 16/24 एवं अपराध क्र. 127/24 धारा 363 के तहत मामला पंजीबद्ध कर जांच शुरू की।
पुलिस अधीक्षक सागर के आदेश और एसडीओपी राहतगढ़ के निर्देशन में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसने मुखबिर की सूचना और साइबर सेल से प्राप्त लोकेशन के आधार पर नाबालिग की तलाश प्रारंभ की। पुलिस टीम ने छपरौला, गाजियाबाद (उ.प्र.) पहुंचकर स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर 08 सितंबर 2024 को नाबालिग बालिका को बरामद किया।
अपहृत बालिका ने अपने बयान में बताया कि ग्राम सिमरिया कर्रापुर के एक विधि विरुद्ध बालक, जिसकी उम्र लगभग 17 वर्ष है, ने उसे बहला-फुसलाकर भगा लिया और उसके साथ गलत काम किया। इस पर मामला गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने प्रकरण में धारा 366, 376, 376(2) एन, 376(2) एफ ताहि. और 3/4, 5एल/6 पाक्सो एक्ट के तहत और भी धाराएँ जोड़ीं। विधि विरुद्ध बालक को 08 सितंबर 2024 को गिरफ्तार कर लिया गया, साथ ही घटना में प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल भी जप्त की गई।
बालिका को सुरक्षित उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। थाना नरयावली पुलिस की गठित टीम ने चार महीने से अपहृत इस नाबालिग बालिका को दस्तयाब करने में सफलता प्राप्त की है।
विशेष योगदान
इस कार्यवाही में थाना नरयावली से निरीक्षक कपिल कुमार लाक्षाकार, सउनि दिनेश गुरु, प्रआर. 117 जनक सिंह, प्रआर. 949 जितेन्द्र दुबे, महिला आर. 642 संध्या पालीवाल, प्रआर. सौरभ रैकवार और सायबर सेल सागर से प्रआर. अमर का विशेष योगदान रहा।