NEET परीक्षा मामले पर जबलपुर हाईकोर्ट में सुनवाईः याचिकाकर्ता बोला-उच्च स्तरीय जांच हो

NEET परीक्षा मामले पर जबलपुर हाईकोर्ट में सुनवाईः याचिकाकर्ता बोला-उच्च स्तरीय जांच हो

जबलपुर। नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट फॉर यूजी (NEET-UG) पर शुक्रवार को मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। हाईकोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस शील नागू और जस्टिस अमरनाथ केशरवानी की डिवीजन बेंच ने याचिकाकर्ता का पक्ष सुना। इसके बाद अगली सुनवाई जुलाई के पहले सप्ताह में करने का कहा है।

भोपाल और जबलपुर की दो छात्राओं ने नीट में फर्जीवाड़ा के आरोप लगाकर रिजल्ट पर सवाल उठाए और इसे लेकर जबलपुर हाईकोर्ट में याचिका लगाई है। छात्राओं ने NEET-UG कराने वाली संस्था नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के रिजल्ट को गलत ठहराया है। शुक्रवार को इसी याचिका पर सुनवाई हुई।

याचिकाकर्ता ने कहा-एक कोचिंग सेंटर के 8 स्टूडेंट्स को 100% मार्क्स

जबलपुर की छात्रा अमीषी वर्मा की ओर से दायर याचिका में हाईकोर्ट को बताया गया कि एक कोचिंग सेंटर के 8 स्टूडेंट्स को परीक्षा में 100% मार्क्स मिले हैं। इनके रोल नंबर भी आगे-पीछे ही थे। याचिकाकर्ता अमीषी का कहना है कि उन्हें 720 में से 615 मार्क्स मिले हैं, उम्मीद 700 से ज्यादा की थी।

याचिकाकर्ता के वकील आदित्य संघी ने नीट फर्जीवाड़े को व्यापम घोटाला से बड़ा बताया। उन्होंने रिजल्ट जारी करने में करोड़ों रुपयों के लेनदेन होने का आरोप लगाया है।

याचिकाकर्ता के वकील बोले- मामले की उच्च स्तरीय जांच होना चाहिए

याचिकाकर्ता के वकील आदित्य संघी ने कोर्ट को बताया कि नीट परीक्षा में बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है, लिहाजा नीट की पूरी परीक्षा री-टेस्ट होनी चाहिए। इसके साथ ही पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच होना चाहिए। साथ ही परीक्षा से जुड़े जितने भी रिकॉर्ड है, उन्हें तुरंत ही सीज करना चाहिए।

अधिवक्ता आदित्य संधी ने बताया कि अपने आपको कवरअप करने के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने 1563 छात्रों की कुर्बानी देने की कोशिश की है। उन्होंने बताया कि जरूरी नहीं है कि सिर्फ 1563 बच्चे ही हो, हो सकता है यह संख्या इससे कई गुना ज्यादा हो। पटना में जो पेपर लीक हुआ है, उसके पूरे सबूत सभी के सामने आ चुके है। इसके साथ ही कई सेंटर में एक के पीछे एक छात्रों को बैठाया गया। सभी को नंबर भी 720/720 मिल रहे हैं।

आंसर-की से रिस्पोंड शीट के मिलान पर 617 नंबर, मिले सिर्फ 304 नंबर

भोपाल की छात्रा निशिता के मुताबिक NTA की आंसर-की से रिस्पोंड शीट का मिलान करने पर उन्हें 617 नंबर मिल रहे हैं, लेकिन रिजल्ट में 340 मार्क्स ही आए। निशिता का दावा है कि 5 मई को हुई NEET – UG में पूछे गए 180 प्रश्नों में से 159 प्रश्नों के उत्तर सही दिए हैं। 19 प्रश्नों के गलत उत्तर दिए। 2 प्रश्नों के उत्तर ‘पता नहीं’ दिए थे। NEET-UG में प्रश्न का गलत उत्तर देने पर हर प्रश्न के लिए 1 नंबर काटने का नियम प्रवेश परीक्षा में था। इसके चलते 159 सही प्रश्नों के उत्तर से मिले 636 नंबर में से 19 नंबर काटकर 617 नंबर, रिजल्ट शीट में मिलना चाहिए थे, लेकिन रिजल्ट में नंबर 340 मिले हैं। इससे रिजल्ट में गड़बड़ी की आशंका है। देशभर में NEET-UG 2024 को लेकर अलग-अलग राज्यों में लगभग 20 हजार स्टूडेंट्स ने याचिकाएं दायर की थीं, जिसमें परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायत की गई हैं।

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने 4 जून को NEET UG एग्जाम का रिजल्ट डिक्लेयर किया। इस बार NEET UG में 67 स्टूडेंट्स ने ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल की है। NTA ने स्पष्ट किया है कि ऐसा NCERT की पुरानी और नई किताब में अंतर होने की वजह से हुआ है। नीट यूजी-2024 में अनियमितताओं का सिलसिला जारी है। ऑल इंडिया रैंक-1 वाले 16 छात्रों के परीक्षा हॉल में रोल नंबर आसपास थे। यह गड़बड़ी हरियाणा, यूपी, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली और कर्नाटक के टॉपर्स के मामले में आई है। यूपी, तमिलनाडु और गुजरात में रैंक-1 वालों के रोल नंबर काफी करीबी हैं।

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