सागर की अमूल्य धरोहरों को सहेजने के लिए कलेक्टर ने शुरू की मुहिम अब बच्चे युवा और पर्यटक होंगे जिले की विरासत से रूबरू शहर से पहचान कराती ‘वॉकिंग दी हेरीटेज ऑफ सागर’ बुक हुई लाँच
सागर-मप्र// सागर की अमूल्य धरोहरों, ऐतिहासिक इमारतों, प्राकृतिक स्थानों और सांस्कृतिक महत्व की विरासत को सहेजने के लिए कलेक्टर दीपक सिंह ने मुहिम शुरू कर दी है अब बच्चे युवा और पर्यटक सागर शहर की विरासत से रूबरू हो सकेंगे।
जिले से पहचान कराती ऐसी ही एक किताब ‘वॉकिंग दी हेरीटेज ऑफ सागर’ को कलेक्टर दीपक सिंह ने इंटेक् के चेयरमैन मेजर जनरल एलके गुप्ता, बुक की रचयिता सुश्री अंजली भरथरी, नगर निगम कमिशनर आरपी अहिरवार, स्मार्ट सिटी सीईओ राहुल सिंह राजपूत, इंटेक सागर चौप्टर के रजनीश जैन, ताई श्रीमती मीना पिंपलापुरे, अनिरुद्ध पिंपलापुरे, अतुल जैन आदि की उपस्थिति में लॉन्च किया।
किताब की रचयिता सुश्री अंजली जो कि मूल रूप से देहरादून निवासी हैं ने बताया कि जब वे सागर में थी तो पूर्व कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक के संयोग से सागर हेरिटेज वॉक की शुरुआत हुई धीरे-धीरे उनके समूह से लोग जुड़ते गये एतिहासिक तथा पुरातत्व विशेषज्ञों के साथ ने इस सफर को और भी रोचक बना दिया शहर की विभिन्न विरासतों से अनजान लोग अब इस किताब के माध्यम से सागर से जुड़े विभिन्न ऐतिहासिक, सांस्कृतिक पहलुओं को समझ पाएँगे।
कलेक्टर दीपक सिंह ने इस अवसर पर बताया कि सागर में ऐसे अनेक स्थान हैं जो सागर की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करते हैं। आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा संरक्षित ऐरण के शिलालेख से गुप्त काल में सती प्रथा के साक्ष्य मिलते हैं, इस प्रकार ऐतिहासिक दृष्टि से ऐरण एक महत्वपूर्ण साइट है, उन्होंने बताया कि हमारा उद्देश्य जिले के स्थानों, स्मारकों को संरक्षित करना है, साथ ही बच्चों, युवा पीढ़ी को इन धरोहरों से अवगत कराना है।
‘कॉफी टेबल बुक करेंगे तैयार’
उन्होंने बताया कि शीघ्र ही जिला प्रशासन द्वारा सागर की इन धरोहरों को संकलित करने के लिए एक कॉफी टेबल बुक तैयार की जाएगी इसके पूर्व भी वे धार कलेक्टर रहते हुए माण्डू कॉफी टेबल बुक तथा बुरहानपुर कलेक्टर रहते हुए बुरहानपुर कॉफी टेबल बुक तैयार करवा चुके हैं।
कलेक्टर दीपक सिंह ने कहा कि इस प्रकार के कार्य करना इसलिए भी आवश्यक है जिससे की इन विरासतों का संरक्षण और विकास किया जा सके जिले में कई ऐसे स्थान हैं जिन्हें संरक्षण की आवश्यकता है। जिला कलेक्टर का इस प्रकार जिले की धरोहर के प्रति रुचि लेने से निश्चित तौर पर इस क्षेत्र का भी संरक्षण एवं विकास होगा।
कलेक्टर दीपक सिंह ने इंटेक के सदस्यों से भी वर्चुअल कॉन्फ्रेन्स के माध्यम से इस कार्य में सक्रिय रूप से सहयोग करने की अपील की उन्होंने बताया कि सागर में स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत भी पुरानी बावड़ी, कुंए, छतरी, नदी किनारे के घाट आदि को संरक्षित किया जा रहा है।
वर्चुअल कार्यक्रम के अंत में शहर की जानी मानी समाज सेविका ताई श्रीमती मीना पिंपलापुरे ने समस्त प्रशासनिक अधिकारियों तथा इंटेक के सदस्यों का आभार व्यक्त किया।