जल गंगा संवर्धन अभियान में सभी संबंधित विभाग निर्देशों का अक्षरशः पालन कर अभियान में गति लाए – कलेक्टर संदीप जी आर
जल गंगा संवर्धन अभियान में जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों की सहभागिता कराएं कलश यात्रायें निकालकर जागरूकता अभियान चलाएं – कलेक्टर संदीप जी आर
सागर। कलेक्टर संदीप जी आर ने जल गंगा संवर्धन अभियान के आयोजन में सभी संबंधित विभाग निर्देशों का अक्षरशः पालन कर अभियान में गति लाएं, कलश यात्रायें निकालकर जागरूकता अभियान चलाए। उन्होंने अभियान में जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों की सहभागिता भी सुनिश्चित कराने कहा है।
कलेक्टर संदीप जी आर ने प्रदेशव्यापी जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत आयोजन की जिले में की जा रही तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अपर सचिव द्वारा जारी निर्देशो का हवाला देते हुए संबंधित विभागों के जिला व खण्ड स्तरीय अधिकारियों को सौंपी गई जबावदेंही का क्रियान्वयन समय सीमा में कराया जाना सुनिश्चित करें के निर्देश दिए हैं। संपूर्ण जल गंगा संवर्धन अभियान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विवेक के वी के मार्गदर्शन में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष प्रदेशव्यापी जल गंगा संवर्धन अभियान का आयोजन 30 मार्च से 30 जून तक किया जाएगा। अभियान के उद्धेश्यों, कार्ययोजना, संस्थागत व्यवस्थाओं के अलावा 15 प्रमुख विभागों को सौपे गए दायित्वों की पृथक-पृथक समीक्षा कर क्रियान्वयन के संबंध में दिशा निर्देश दिए गए हैं।
कलेक्टर संदीप जी आर ने कहा कि संबंधित विभागों के अधिकारियों को जो विभागीय दायित्व सौंपे गए हैं उन लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए स्थानीय स्तर को ध्यानगत रखते हुए कार्ययोजना बनाएं और उनके क्रियान्वयन की व्यवस्था सुनिश्चित करें। साथ ही कार्याे की क्रास मॉनिटरिंग के प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं।
कलेक्टर संदीप जी आर ने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान में अधिक से अधिक समाज का जुड़ाव और जनभागीदारी हो और जल के उपयोग, संरक्षण की महत्ता संबंधी दायित्वों का स्वंय पालन करें और अन्य समाजबंधुओं को अभिप्रेरित करें। उन्होंने कहा कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के द्वारा जल गंगा संवर्धन अभियान आयोजन और क्रियान्वयन के संबंध में जो दिशा निर्देश जारी किए गए है उसका जिले में अक्षरशः क्रियान्वयन हो और उपलब्धियां स्पष्ट रूप से परलिक्षित हों।
कलेक्टर ने कहा कि अभियान से संबंधित तमाम जानकारियों का व्यापक प्रचार -प्रसार हो और अभियान की मंशा से जिले का हर नागरिक परिचित हो इसके लिए विभिन्न स्तरों पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा तय कर आयोजनो का ब्यौरा आमजनो तक पहुंचे के सफल प्रयास करें। उन्होंने निर्देश दिए कि पूर्व वर्षाे में निर्मित कराए गए सभी जल स्त्रोतों का संवर्धन हो इसके लिए साफ सफाई, जीर्णाेद्धार, मरम्मत, जल स्त्रोतो में प्रदूषण के स्तर को कम करने, मानसून में पौधरोपण अधिक से अधिक हो इसके लिए पूर्व में ही तैयारियां सुनिश्चित करने के अलावा अभियान का शुभांरभ तथा कार्यवधि के दौरान संपादित होने वाले कार्याे तथा संस्थागत व्यवस्था और सहभागी विभाग पर गहन प्रकाश डाला।
जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत समेकित शासकीय पहल के लिए जिन 15 विभागों को अभियान के क्रियान्वयन की विशेष तौर पर जबावदेही सौंपी गई है उनमें पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, जल संसाधन, नगरीय विकास एवं आवास, उद्यानिकी, घाटी विकास, कृषि, पीएचई, पर्यावरण, स्कूल शिक्षा, संस्कृति, राजस्व, जनसम्पर्क, वन, जन अभियान परिषद और औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन तथा सूक्ष्म लघु और मध्यम विभाग सम्मिलित हैं।