हमारा विश्वविद्यालय सीखने और सिखाने का समूह हैं – डाॅ अजय कुमार तिवारी
सागर। स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय सिरोंजा, सागर (मप्र) में दिनाँक 30 दिसम्बर 2024 दिन सोमवार को बड़े ही हर्ष के साथ वि0वि0 का चतुर्दशः स्थापना दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन तथा सरस्वती पूजन के साथ प्रारंभ हुआ। जिसमें स्वस्ति वाचन डाॅ सुकदेव बाजपेयी द्वारा किया गया। तत्पश्चात भारतीय परंपरा को निभाते हुए अतिथि सत्कार किया गया इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में मा विउ भैसारे , सहायक निदेशक, वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार, बुनकर सेवा केन्द्र, इन्दौर (मप्र)। कार्यक्रम की अगली श्रृंखला में सरस्वती वंदना शुभम चतुर्वेदी ने प्रस्तुत किया। स्वागत भाषण एवं वार्षिक प्रतिवेदन संस्था के संस्थापक कुलपति, डाॅ अनिल कुमार तिवारी द्वारा किया गया, आपने कहा कि किसी भी विद्यालय, विश्वविद्यालय या संस्था की कार्यपद्धति बताती है कि नित नये कार्य करता रहता है, जिससे वह आगे बढ़ता जा रहा है। इस वर्ष महाकुम्भ होने जा रहा है, 40 करोड़ लोग यदि विश्व में पहुचते है तो वह महाकुम्भ है। कुम्भ में अच्छी बाते सीखते है। कुम्भ में विश्वविद्यालय की तरफ से कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। आपने बताया कि निःशुल्क सिलाई कढ़ाई प्रशिक्षण अद्यतन 15906 महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया है, और सुधार गृह में 03 माह कबाड़ से जुगाड़ का प्रशिक्षण, साबुन निर्माण, टाई एण्ड डाई, बटिक प्रशिक्षण, गौ अंश दीप बनाना एवं विक्रय कपूर की टिकिया (बत्ती निर्माण), गौ अंश फिनायल प्रशिक्षण, गौ अंश धूप बत्ती, गाय घी दीप बत्ती, पूजन हबन सामग्री निर्माण, कम्प्यूटर प्रशिक्षण, जैविक खाद निर्माण प्रशिक्षण, चरित्र निर्माण पाठ्यक्रम प्रशिक्षण कौशल विकास आदि के बारे में बताया। वक्तव्य की श्रृंखला में माननीय विउ भैसारे, सहायक निदेशक, वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार, बुनकर सेवा केन्द्र, इन्दौर (म0प्र0) आपने कहा कि – हाथकरघा की खादी प्रयोग को जिससे उनकी अनेक आमदनी बढ़े, तथा वो अपने कब साथ को आगे बढ़ाए, आपने हथकरघा को बढ़ावा देने की बात रखी, यदि हम अपनी पारम्परिक कार्य को साथ करेंगे तो देश स्वताः आत्मनिर्भर हो जाएगा, हम घर पर भी रह कर अपनी जीविका बढ़ा सकते है। आपने भारत सरकार समर्थ योजना का विषय रखा। आपने बताया भारत सरकार बुनकार को प्रशिक्षण, समग्री 10 प्रतिशत राशि देने के साथ सहयोग करती है। सोलर लाइट की भी व्यवस्था होती है। आपने अपनी परम्परिक व्यापारिक क्रियाशीलता के लिए उसी क्षेत्र में अध्ययन किया और वर्तमान में कनक सेेवा का समाज को लाभ देना, उनकी आप में सुधा लाना, उनकी भोजन को क्रियान्वयन करने के लिए सरकार की योजना से समाज को अवगत करता है। अध्यक्षीय उद्बोधन संस्था के डाॅ अजय कुमार तिवारी, कुलाधिपति द्वारा दिया गया आपने कहा कि- 1920 के स्वदेशी आन्दोलन का वर्णक और कहा कि यह कार्य गांधी जी ने ही आरम्भ कर दिया, स्वालम्बन भारत का जो हम आहवान कर वह पुरातन काल से चल रहा है। हमारा विश्वविद्यालय सीखने और सिखाने का समूह है। आपने विश्व के सर्वोत्कृष्ट एकत्रीकरण ‘‘कुम्भ’’ का वर्णन किया, यह हमारी आध्यात्मिक चेतना का प्रत्यक्ष स्वरूप है। आपने पावरलूम और हथकरघा का विषय भी रखा। आपने यह भी कहा की हथकरघा के वस्त्र स्वास्थ्य वर्धक है, अतः लर्नविथ अर्न अर्थात् कौशल के साथ आय का भी साधन बनाए। विश्व के इस मेले में हम सभी इस मेले के प्रत्यक्ष दृष्टा बने। इससे ज्ञान का वर्धन होगा। इसे बाटने से बढ़ता है। इस अवसर पर डाॅ सुनीता जैन जी, प्रभारी कुलपति, स्वामी विवेकानंद वि0वि0 सागर द्वारा विश्वविद्यालय की ओर से आभार ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर डाॅ प्रतिभा तिवारी, प्रदेश उपाध्यक्ष, भारतीय स्त्री शक्ति मध्यप्रदेश, कु सौम्या तिवारी, कु स्वस्ति तिवारी भी उपस्थित रही। इस कार्यक्रम में सहभागिता करने वालों में विवि के डाॅ मनीष मिश्रा, डाॅ नीरज तोपखाने, डाॅ शैलेन्द्र पाटिल, डाॅ बीव्ही तिवारी, डाॅ अभिषेक तिवारी, डाॅ ऋषि चैबे, डाॅ आशीष यादव, केप्टन पीके दत्ता, गोविंद सिंह राजपूत, गोविंद उपाध्याय, डाॅ सुनीता दीक्षित, श्रीमती शैलबाला बैरागी, श्रीमती ज्योति गौतम, डाॅ राकेश राय, डाॅ रवीन्द्र चैरसिया, राम विश्वकर्मा, डाॅ राकेश गौतम, मिथुन डाबर, डाॅ आरके सिंह, डाॅ संजय सिंह चैहान, देवेन्द्र चैरसिया, कु प्रिया कश्यप, कु शिल्पी जैन, श्रीमती विद्योत्तमा महोबिया, कु राधा मांझी आदि उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम के अंत में सांस्कृतिक अभिव्यक्ति में वि0वि0 के छात्र-छात्राओं द्वारा एकल नृत्य में पुष्पेन्द्र सिंह राणा, वैष्णवी श्रीवास्तव, संजना लोधी, साक्षी ठाकुर, एकल गायन में अरविन्द पटेल, शुभम चतुर्वेदी, वैष्णवी श्रीवास्तव, स्किट(मोबाईल की लत) में पुष्पेन्द्र सिंह एवं समूह, समूह नृत्य में सौम्या ठाकुर, दीया बाल्मिकी द्वारा प्रस्तुत किया गया। मंच का संचालन श्रीमती अंतिमा शर्मा द्वारा किया गया। दो सोपान में कार्यक्रम कल्याण मंत्र के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।