सागर : अंधे कत्ल का पुलिस ने किया खुलासा, आरोपी हिरासत में
सागर। पुलीस के अनुसार दिनांक 2/2 /24 को डायल हंड्रेड के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई थी की सुरखी से सागर की ओर 10 किलोमीटर आगे दीपक जैन के वेयरहाउस के सामने समनापुर के पास रोड पर एक डेड बॉडी पड़ी है उसका एक्सीडेंट हुआ है। सूचना पर तत्काल डायल हंड्रेड मौके पर पहुंची घटना के बारे में थाना प्रभारी सुरखी विनोद विनायक करकरे को हालात बताए गए जिस पर सुरखी थाने से पुलिस स्टाफ घटनास्थल पर पहुंचा आसपास पता करने पर थोड़ी दूरी पर एक टैंकर खड़ा मिला जिसमें एक व्यक्ति यतेंद्र कश्यप पिता बच्चू सिंह उम्र 24 साल निवासी भोपुर तहसील खेरागढ़ जिला आगरा उत्तर प्रदेश था उससे पूछने पर उसने बताया कि मैं गाड़ी में सो रहा था मृतक मेरी गाड़ी का ही अन्य ड्राइवर राजू पिता फतेह सिंह उम्र 34 साल निवासी ग्राम सोन तहसील खेरागढ़ जिला आगरा है। इनका एक्सीडेंट कैसे हुआ इसकी जानकारी मुझे नहीं है उक्त टैंकर की बारीकी से चेकिंग करने पर टैंकर के पिछले टायरों पर खून लगा मिला जिससे शंका होने पर सागर से एफएसएल टीम को मौके पर बुलाया गया एवं हालत वरिष्ठ अधिकारियों को बताए गए जिस पर पुलिस अधीक्षक सागर अभिषेक तिवारी द्वारा थाना प्रभारी को निर्देश दिए गए की बारीकी से जांच कर फैक्ट पता किया जाकर कार्यवाही करे पुलिस अधीक्षक के आदेश अनुसार एफ एस एल अधिकारी द्वारा वैज्ञानिक तरीके से सूक्ष्मता से जांच की गई तो ट्रक के केबिन में सीट पर ब्लड के धब्बे मिले जिससे शक और गहरा होने पर ट्रक में दूसरे ड्राइवर से हिकमत अमली से पूछताछ करने पर उक्त ड्राइवर द्वारा हत्या करना कबूल करते हुए बताया गया कि मृतक ड्राइवर ने शराब के नशे में मेरे साथ मारपीट कर दी थी इसी से गुस्से में आरोपी ने मृतक को सोते समय गले पर पेचकस मार दिया व मृतक को रोड पर नीचे रखकर ऊपर से कंटेनर चढ़ाकर उसकी हत्या कर दी व साक्ष्य छुपाने के लिए कंटेनर को दूर खड़ा कर दिया था। आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
वारदात के 10 घंटो के अंदर पुलिस ने किया खुलासा
10 घंटे के अंदर अंधे कत्ल का खुलासा कर आरोपी को गिरफ्तार करने में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर लोकेश सिन्हा के निर्देशन में एफएसएल वैज्ञानिक अधिकारी निलेश निमजे थाना प्रभारी सुर्खी विनोद विनायक करकरे प्रधान आरक्षक नीलम सिंह , प्रधान आरक्षक नरेंद्र सिंह जादौन, आरक्षक जितेंद्र आरक्षक कमलेश आरक्षक चालक विकास मिश्रा,प्रधान आरक्षक राजेश यादव की मुख्य भूमिका रही।