स्वदेशी मेला में उमड़ी भीड़; जयपुरी ज्वेलरी, बाम्बे के बैग व भारतीय व्यंजन आकर्षण का केंद्र बने
सागर। पीटीसी मैदान में 11 दिवसीय स्वदेशी मेला के दूसरे दिन सोमवार को लोगों की खासी भीड़ उमड़ी। मेले के सभी स्टॉल पर ग्राहक व दर्शकों की भीड़ रही। स्वदेशी जागरण मंच के तत्वावधान में स्वर्णिम भारतवर्ष फाउंडेशन के माध्यम से यह मेला आयोजित किया जा रहा है। मेला प्रांगण में मशहूर कथावाचक, ओजस्वी वक्ता और सनातन धर्म की प्रचारक साध्वी बालिका सरस्वती, आर्ट एण्ड कामर्स कालेज के छात्रों द्वारा ऋषियों की भूमिका पर कार्यक्रम, वात्सल्य स्कूल द्वारा नशा मुक्ति ड्रामा, जय तिवारी द्वारा गायन, अखिल भारतीय महिला परिषद एवं विचार समिति के संयुक्त तत्वावधान में जोड़ी कमाल की कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसके अलावा मोहल्ला परिवारों का स्वावलंबन समारोह में दो हजार महिलाओं ने हिस्सा लिया। अखिल भारतीय महिला परिषद की शकुंतला जैन, रश्मि ऋतु जैन, दीप्ती चंदेरिया, आशा जैन, स्वदेशी जागरण मंच के प्रांत समन्वयक और मेला संयोजक कपिल मलैया एवं अन्य अतिथियों ने उपस्थित होकर दीप जलाकर मेला की शुरूआत की।
जोड़ी कमाल की कार्यक्रम में 19 जोड़ियों ने भाग लिया। जिसमें प्रथम स्थान पर प्रतीक्षा जैन, सरिता जैन, द्वितीय स्थान पर मुक्ता जैन, सुलेखा जैन, तृतीय स्थान पर डॉ. प्रज्ञा, सरिता, हिमांशी जैन, सुनीता पड़वार, चतुर्थ स्थान पर ओजस्व पड़ेले, आदित्य पड़ेले रहे। कार्यक्रम की निर्णायक दीप्ती चंदेरिया, अंजना पाठक थीं।
अखिल भारतीय महिला परिषद की मुख्य संयोजक मंजु मगन जैन और सुनीता अरिहंत ने बताया कि मेले में बैलगाड़ी में घूमने का आनंद लोग ले रहे हैं। जयपुरी ज्वेलरी, बाम्बे के बैग, कपड़े, घरेलू सामग्री के स्टॉल, बच्चों के लिए बड़े-बड़े झूले, महिलाओं के लिए पारंपरिक परिधान, देश भर से आए विभिन्न वस्तुओं के स्टाल, हैण्डीक्राफ्ट एवं हैण्डलूम व सांस्कृतिक कार्यक्रम मुख्य आकर्षण के केंद्र हैं।
स्वदेशी जागरण मंच के जिला संयोजक राजकुमार नामदेव ने कहा कि मेला में परंपरागत भारतीय व्यंजन, जयपुरी व पंजाबी व्यंजन का दर्शक लुत्फ उठा रहे हैं। उन्होंने बताया कि स्वदेशी और विदेशी दैनिक उपयोग की वस्तुओं का अंतर जन-जन तक टोली के सदस्यों द्वारा सभी माध्यमों से पहुंचाना चाहिए। इसके अलावा स्वदेशी वस्तुओं के लाभ की जानकारी भी देना चाहिए। अगर स्वदेशी वस्तुओं को सही तरीके से जनता के बीच लाया जाएगा तो निश्चित तौर पर स्वदेशी को बढ़ावा मिलेगा।
मेला सह संयोजक सौरभ रांधेलिया, रिशांक तिवारी, करण श्रीवास्तव, नितिन सोनी ने बताया कि स्वदेशी वस्तुएं एवं उत्पाद किसी भी मामले में विदेशी वस्तुओं से कम नहीं है।
मेला सांस्कृतिक प्रभारी नितिन पटैरिया ने बताया कि गौ माता के गोबर से बने उत्पाद एवं हथकरघा से निर्मित कपड़े आदि के स्टाल लगाए गए हैं। स्टार्टअप करने वाले युवाओं को भी मेले में अवसर प्रदान किए जा रहे हैं।
मेला मीडिया प्रभारी अखिलेश समैया ने सभी अतिथियों का आभार माना। इस अवसर पर स्वदेशी जागरण मंच के प्रांत समन्वयक एवं मेला संयोजक कपिल मलैया, विनय मलैया, सुनील सागर, अंजली दुबे, डॉ. श्वेता नेमा, रवीन्द्र ठाकुर, विनीता केशरवानी, अनीता राजपूत, ज्योति सराफ, संध्या रांधेलिया, सरिता जैन, प्रीति जैन, साधना, रजनी, ऋचा शाह, नीना शाह आदि उपस्थित थीं।