4 गुना पैसा होने का देकर लालच, वॉट्सऐप लिंक के जरिए व्यवसायी से ठगे 4.85 करोड़ रुपये
इंदौर। वॉट्सऐप पर आई अनजान लिंक पर क्लिक करना कितना खतरनाक हो सकता है, इसका ताजा उदाहरण इंदौर के एक होटल व्यवसायी के साथ हुई ठगी का है। शातिर साइबर अपराधियों ने शेयर मार्केट में ट्रेडिंग का झांसा देकर व्यवसायी से चार करोड़ 85 लाख 60 हजार रुपये ठग लिए। ठगी की शुरुआत वॉट्सऐप पर आए अनजान लिंक से हुई थी। अपराधियों ने लिंक पर क्लिक करके वॉट्सऐप ग्रुप में जुड़े व्यवसायी के मोबाइल में एमस्टाक मैक्स एप डाउनलोड करवाकर अलग-अलग खातों में रुपये जमा करवा लिए। पुलिस आयुक्त राकेश गुप्ता के मुताबिक, धोखाधड़ी महेश थाहिरानी के साथ हुई है।
प्रकृति कॉलोनी (बिचौली हप्सी) के रहने वाले थाहिरानी उज्जैन में स्कूल और इंदौर में होटल का व्यवसाय करते हैं। थाहिरानी के मोबाइल पर अगस्त में वॉट्सऐप ग्रुप (एमस्टाक 586 वैल्यू इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो) में एड होने के लिए लिंक आई थी।
कर दिए करोड़ों रुपये ट्रांसफर
थाहिरानी अनजान नंबर से आई लिंक पर क्लिक करके ग्रुप में शामिल हो गए। कुछ दिन हुई चर्चा के बाद ग्रुप एडमिन ने थाहिरानी से कहा कि ज्यादा मुनाफे के लिए एमस्टाक मैक्स एप इंस्टाल कर लीजिए। निवेश की राशि चार गुना करने के लालच में थाहिरानी ने तुरंत एप इंस्टाल किया और आधार/पैन कार्ड देकर ट्रेडिंग अकाउंट खुलवा लिया। उस एप के जरिये 21 अगस्त को 10 हजार और 23 अगस्त को पांच लाख रुपये का निवेश कर दिया। अपराधियों द्वारा बनाए कथित अकाउंट में थाहिरानी को निवेश की राशि का मुनाफा दिखाई देने लगा था। थाहिरानी झांसे में आ गए और पांच सितंबर तक चार करोड़ 85 लाख 60 हजार रुपये निवेश कर दिए।
फिर ऐसे हुआ ठगी का एहसास
फिर अकाउंट में जमा करोड़ों रुपये निकालने का प्रयास किया, तब जाकर ठगी का एहसास हुआ। वह तुरंत अपराध शाखा पहुंचे। बुधवार को पुलिस ने अज्ञात आरोपितों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। होटल कारोबारी ने बताया कि शेयर मार्केट में पैसा चार गुना करने का झांसा देकर एप इंस्टाल करवाया थाl शुरुआत में एप पर रुपये चार गुना होते दिखे, तो कारोबारी ने दे दिए और ज्यादा रुपये l
पंजाब और महाराष्ट्र के खातों
में जमा करवाए रुपये
ग्रुप एडमिन ने फर्जी अकाउंटेंट रवि अग्रवाल से बात करवाई और खाते में रुपये जमा करवाए। थाहिरानी को एप पर निवेश की राशि, मुनाफा और मार्केट में चल रहे उतार-चढ़ाव दर्शाए जा रहे थे। जिन खातों में रुपये जमा हुए वो पंजाब और महाराष्ट्र के पाए गए हैं। ठग जमा करते ही रुपये निकाल लेते थे। एक खाता तो घटना के एक महीने पूर्व ही खोला गया था। एक खाता निर्मल अर्बन को-आपरेटिव संस्था (नागपुर) का निकला है। पंजाब के नंबर, झारखंड और रामेश्वरम की लोकेशन
महेश थाहिरानी 21 अगस्त से लेकर चार सितंबर तक तीन करोड़ 60 लाख 60 हजार रुपये निवेश कर चुके थे। पांच सितंबर को फिर से एक करोड़ 25 लाख रुपये जमा करवा दिए। एप पर उन्हें 20 करोड़ से ज्यादा राशि दिखने लगी।
उन्हें लगा कि निवेश किया गया पैसा चार गुना हो गया है। तब उन्होंने पैसा निकालने की कोशिश तो हैरान रह गए। अकाउंटेंट रवि और ग्रुप एडमिन को कॉल लगाया, लेकिन फोन बंद मिला। एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया के मुताबिक, शुरुआत में ठग वॉट्सऐप ग्रुप में जोड़ कर शेयर मार्केट में निवेश और रुपये कमाने की टिप्स दे रहे थे। पुलिस ने जब आरोपितों के नंबरों की जांच की तो पंजाब के निकले। उनकी अंतिम लोकेशन रामेश्वरम और झारखंड में आ रही थी।
अनजान लिंक पर न करें क्लिक
साइबर अपराध से बचने का एकमात्र उपाय है सतर्कता। अनजान लिंक पर क्लिक न करें। पासवर्ड सदैव मजबूत रखें और निश्चित समय के बाद बदलते रहें। केवल सत्यापित और विश्वसनीय लिंक ही खोलें। अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी से साझा न करें। बैंक या सरकारी तंत्र आपसे कभी व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगते।
सार्वजनिक वाई-फाई का उपयोग करते समय सावधान रहें। लैपटाप, कंप्यूटर में एंटी वायरस साफ्टवेयर चलाएं। सबसे बड़ी सावधानी यही है कि लालच से बचें। दुनिया में ऐसी कोई योजना, संस्था या तरीका नहीं है, जो पैसों को रातोंरात चार गुना कर दे।