पानी मे डूबने से तीन मासूम बच्चों की मौत

खुरई : । खुरई देहात थाना क्षेत्र के आसोली घाट गांव में 3 मासूम बच्चों की छोटी तलैया में डूबने से मौत हो गई। इसमें एक बच्चा पांच बहनों में इकलौता भाई है, तो दूसरा बच्चा चार बहनों मैं एक भाई था। वह अपने मामा के यहां गर्मियों की छुट्टी के लिए आया हुआ था। असोली घाट गांव के पास करीब आधा किलोमीटर की दूरी पर खेत में बनी छोटी तलैया में नहाने गए तीनों बच्चे घर से बिना बताए नहाने के लिए गए थे। नहाते समय गहराई में जाने की वजह से यह बच्चे डूब गए वहीं से निकल रही एक बच्ची ने जब इनके लिए देखा, तो उसने इनके घर वालों को सूचना दी। इसके बाद गांव वाले पहुंचे और ग्रामीणों ने तीनों बच्चों को निकाला और अस्पताल लेकर पहुंचे। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने तीनों बच्चों के लिए मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसर गया। गांव में शोक की लहर दौड़ गई। घटना के बाद एसडीएम मनोज कुमार चौरसिया, नायब तहसीलदार दिनेश चंदेल, देहात थाना प्रभारी नितिन पाल, शहरी पुलिस मौके पर अस्पताल पहुंची। खुरई एसडीएम मनोज कुमार चौरसिया ने बताया कि यह घटना बहुत दुखद है। घटना के बाद मौके पर पहुंचे है। परिजनों से चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि छोटी तलैया में करीब 5 फीट तक पानी था। जिसमें डूबने से तीनों बच्चों की मौत हो गई। कलेक्टर से विशेष स्वीकृति के बाद अब रात 9 बजे तीनों बच्चों के पोस्टमार्टम कराए जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक रोहन पिता राजकुमार चढ़ार 8 जो अपनी पांच बहनों में एक भाई था। गांव की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कल्पना तिवारी ने बताया कि रोहन की मां आंगनवाड़ी सहायिका है। उन्होंने बताया कि कई जगहों पर मन्नत के बाद रोहन हुआ था। वह पांच बहनों में सबसे छोटा था। उसकी मौत के बाद पूरे गांव में मातम पसर गया। रोहन चढ़ार गांव में ही तीसरी कक्षा में पढ़ता था और उसी के खेत में छोटी तलैया बनी हुई थी। जहां वह नहाने गांव आया हुआ था। इस घटना में 8 वर्षीय आदर्श उर्फ थान सिंह पिता मुन्ना अहिरवार निवासी मूडरा जरुआखेड़ा की मौत हो गई। वह अपने मामा के गांव आसोली घाट आया हुआ था। वह चार बहनों में एक छोटा भाई था। मृतक के पिता मुन्ना अहिरवार ने बताया कि बड़ी मन्नत के बाद चार बहनों के बाद लड़का हुआ था। इसकी मौत के बाद सब कुछ बर्बाद हो गया। उन्होंने बताया कि करीब पांच दिन पहले आदर्श को उसकी नानी और मामा अपने साथ ले गए थे। वह दूसरी कक्षा में पास हो गया था और तीसरी कक्षा में पहुंचा था वह बहुत खुश था कि आने वाले कुछ समय के बाद ही स्कूल खुलने वाले थे। घटना की जानकारी के बाद अस्पताल पहुंचे तो पता चला कि अब बेटा नहीं रहा। घटना के समय आदर्श के नाना घर में सो रहे थे और नानी खुरई काम से गई हुई थी। इस घटना में 10 वर्षीय विकेश पिता प्रसादी चढ़ार निवासी आसोली घाट जो गांव में ही पांचवी कक्षा में पढ़ता है। वह भी अपने दो भाईयों और दो बहनों में सबसे छोटा था। परिजनों ने बताया कि घर से बिना बताए वह खेलने के लिए निकल गया था। जब घटना पता चली तो अस्पताल पहुंचे तो पता चला कि बेटा इस संसार में अब नहीं रहा।

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