MP: प्रदेश के विदिशा से एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। जहाँ विदिशा मुख्यालय में भाजपा नेता और पूर्व पार्षद ने पत्नी और दो बच्चों के साथ जहर खाकर खुदकुशी कर ली। वे अपने दोनों बेटों की लाइलाज बीमारी को लेकर परेशान थे। खुदकुशी से पहले उन्होंने फेसबुक पर मार्मिक पोस्ट भी डाली। दिल दहला देने वाली ये घटना विदिशा जिला मुख्यालय की है।
वार्डवासियों के मुताबिक संजीव करीब एक महीने से ज्यादा परेशान थे। उनके दोनों बेटे स्थानीय ट्रिनिटी कांवेंट स्कूल में पढ़ते थे। बड़े बेटे अनमोल की लाइलाज बीमारी के कारण हालत खराब थी। उसका स्कूल जाना बंद हो गया था। छोटे बेटे में भी इस बीमारी के लक्षण तेजी से बढ़ते जा रहे थे। जिसकी वजह से संजीव तनाव में रहते थे। परिवार के लोगों के अलावा अन्य लोग भी उसकी मदद कर रहे थे। उनका कहना था कि अचानक उसने खुदकुशी जैसा कदम क्यों उठाया, यह समझ नहीं आया।
अपने सरल और सौम्य व्यवहार के कारण मोहल्ले के लोगों से लेकर दोस्तों के बीच लोकप्रिय पूर्व पार्षद संजीव मिश्रा की परिवार सहित खुदकुशी से परिवार समेत अन्य लोग सदमे में है।
विदिशा जिला अस्पताल में उनका, पत्नी और बच्चों का पोस्टमार्टम चल रहा है। इसके बाद दोपहर में चारों का स्थानीय मुक्तिधाम पर अंतिम संस्कार होगा। संजीव की राजनीति में शुरुआत करीब 12 साल पहले युवा मोर्चा से हुई थी। वर्तमान में वे भाजपा नगर मंडल उपाध्यक्ष थे।
संजीव को राजनीति में लाने वाले भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह चौहान बताते है कि संजीव ने बहुत कम समय में शहर में अपनी पहचान बना ली थी। उन्होंने ही वर्ष 2010 में उन्हें युवा मोर्चा से जोड़ा था।। पिछली नपा परिषद में जब मुकेश टंडन नपा अध्यक्ष चुने गए थे, तब संजीव वार्ड 32 से पार्षद चुने गए थे। सुरेंद्र के मुताबिक संजीव अपने परिवार छह भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। उनकी तीन बहने और तीन भाई है। वे तीनों भाई बंटी नगर में एक ही मकान में रहते है। तीनों बहनों का ससुराल भी विदिशा में ही है।