सागर: व्यापारी और फुड इंस्पेक्टर का विवाद, अधिकारी ने नही दिया गंभीर आरोपो पर नोटिश का जवाब

सागर। लगता हैं सिटी मजिस्ट्रेट कोर्ट से मिले नोटिस को अधिकारी हल्के में ले रहे हैं। नोटिस में 3 दिन में जवाब मांगा जाता है लेकिन अधिकारी 28 दिन बाद भी जवाब नहीं देते हैं। पिछले माह 15 नवम्बर को व्यापारी शिखरचंद कोठिया ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी अमरीश दुबे, उनके गार्ड और ड्राइवर पर एक राय होकर जानलेवा हमला करने के आरोप लगाया था जिसकी शिकायत उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट सपना त्रिपाठी से की थी इसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट न्यायालय से खाद्य अधिकारी को नोटिस जारी किया गया था। थाना मोतीनगर से मामले में प्रतिवेदन और सीएमएचओ को जांच करने के लिए कहा गया था लेकिन इन तीनों अधिकारियों ने सिटी मजिस्ट्रेट के नोटिस का कोई जवाब अब तक नहीं दिया है। अब तीनों को एक बार फिर से नोटिस जारी किए गए हैं।

17 नवम्बर को सिटी मजिस्ट्रेट कोर्ट ने नोटिस दिया था। व्यापारी शिखरचंद कोठिया ने शिकायत करते हुए अमरीश दुबे के खिलाफ आरोप लगाए थे कि इन्होंने अपने गार्ड व ड्राइवर के साथ एक राय होकर 15 नवम्बर को खुरई रोड पर लाठी-डंडों से जानलेवा हमले का प्रयास किया। इस शिकायत के आधार पर सिटी मजिस्ट्रेट ने अमरीश दुबे को नोटिस देकर 3 दिन में जवाब मांगा था लेकिन 28 दिन बाद भी जवाब नहीं मिला। अब फिर से नोटिस देकर जल्द जवाब मांगा गया है वरना एक पक्षीय कार्रवाई की बात कही गई है।

मामले में प्रतिवेदन नहीं भेजा थाना प्रभारी मोतीनगर

सिटी मजिस्ट्रेट ने व्यापारी शिखरचंद कोठिया व खाद्य सुरक्षा अधिकारी अमरीश दुबे के मामले में मोतीनगर थाना प्रभारी को 17 नवम्बर को नोटिस जारी कर जांच प्रतिवेदन देने के लिए कहा था। थाना प्रभारी को तीन दिन में जिसका जवाब देना था लेकिन 28 दिन बाद भी मोतीनगर थाने इस मामले में कोई प्रतिवेदन सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय नहीं पहुंचा। प्रतिवेदन के लिए सिटी मजिस्ट्रेट न्यायालय से अब फिर से रिमांइडर मोतीनगर थाने भेजा गया है।

सीएमएचओ ममता तिमोरी खाद्य सुरक्षा अधिकारी और व्यापारी के मामले में सिटी मजिस्ट्रेट ने सीएमएचओ ममता तिमोरी को जांच के आदेश दिए थे। 17 नवम्बर को सीएमएचओ को पत्र लिखकर सिटी मजिस्ट्रेट सपना त्रिपाठी ने कहा था कि उक्त मामले में जांच कर अभिमत सहित प्रतिवेदन भेजे। जो अब तक नहीं भेजा गया है। सिटी मजिस्ट्रेट ने गुरुवार को फिर से सीएमएचओ को पत्र लिखकर जल्द अभिमत भेजने के लिए कहा है।

“अधिकारी का जवाब नहीं आया तो एक पक्षीय कार्रवाई की जाएगी – सपना त्रिपाठी, सिटी मजिस्ट्रेट”

“1-2 दिन में प्रतिवेदन भेज देंगे “मैंने मोतीनगर थाने में अभी कुछ दिन पहले ही चार्ज लिया है, यह मामला पिछले माह का है। मैं दिखवा लेता हूं, 1-2 दिन में प्रतिवेदन सिटी मजिस्ट्रेट न्यायालय भेज दिया जाएगा।” -मानस द्विवेदी, थाना प्रभारी मोतीनगर”

 

 

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