विधायक शैलेंद्र जैन ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात कर सागर की फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री एवं रेरा में लटके हुए पंजीयन का मुद्दा उठाया
सागर। गुरुवार को विधायक शैलेंद्र जैन ने यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात कर सागर की राज्य न्यायालय विज्ञान प्रयोगशाला एवं रियल स्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी में लंबे समय से लंबित प्रकरणों का मुद्दा उठाते हुए जानकारी दी, उन्होंने बताया कि सागर की राज्य न्यायालय विज्ञान प्रयोगशाला प्रदेश की प्रथम प्रयोगशाला है और यहां पर सभी तरह के टेस्ट होते हैं जो प्रदेश की अन्य प्रयोगशालाओं में नहीं किए जाते हैं जैसे बैलेस्टिक जांच प्रदेश में सिर्फ सागर की राज्य न्यायालय विज्ञान प्रयोगशाला में ही होता है, अभी कुछ समय पूर्व से सागर एफएसएल के कुछ अधिकारियों को अन्यत्र स्थानांतरित करने की कवायद चल रही है इस संबंध में एक पत्र भी जानकारी में आया है, उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सागर एफएसएल को सागर से अन्यत्र कहीं शिफ्ट करने की कवायद प्रशासन द्वारा की जा रही है उन्होंने बताया कि यह सागर की प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ विषय है और जनभावनाओं से जुड़ा हुआ है इसे हम किसी भी कीमत पर यहां से स्थानांतरित नही होने देंगे।
इसके अलावा उन्होंने रेरा के विषय पर जानकारी देते हुए बताया कि पूरे प्रदेश में रेरा में अनेकों प्रकरण लंबित हैं जिससे अनेकों प्रोजेक्ट अधूरे पड़े हैं जिससे ना केवल लोगों को एवं शासन को भी राजस्व की हानि हो रही है, इन्हें अविलंब स्वीकृत कराया जाए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विषय को संज्ञान में लेते हुए बताया कि हाईकोर्ट के निर्देश को ध्यान में रखते हुए अभी अस्थाई रूप से एफ एस एल की व्यवस्था की है और एफएसएल को कहीं भी शिफ्ट करने की कोई योजना या प्रस्ताव नहीं है और ना ही ऐसा होने दिया जाएगा तकनीकी रूप से संचालक को सागर में बैठाने की मांग पर उन्होंने विभागीय अधिकारियों से चर्चा कर अविलंब निर्णय करने का आश्वासन दिया है
रेरा के मुद्दे पर उन्होंने अपने ओ एस डी को अविलंब बैठक बुलाने के निर्देश दिए।
खबर✍️गजेंद्र ठाकुर-9302303212