खरीफ फसलों की तैयारी एवं नैनो उर्वरकों पर कार्यशाला संपन्न : इफको एवं कृषि विभाग सागर के संयुक्त तत्वावधान में हुआ आयोजन
सागर। जिला कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग सागर एवं इफको के संयुक्त तत्वावधान में खरीफ फसलों की तैयारी एवं नैनो उर्वरकों के उपयोग पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के मुख्य अतिथि इफको के राज्य विपणन प्रबंधक डॉ. डी.के. सोलंकी रहे, वहीं अध्यक्षता राजेश त्रिपाठी, संयुक्त संचालक कृषि, सागर संभाग द्वारा की गई।
इस अवसर पर प्रतीक गुप्ता, क्षेत्रीय अधिकारी इफको सागर ने नैनो उर्वरकों के समसामयिक महत्व एवं उनके प्रयोग पर जानकारी दी। डॉ. डी.के. सोलंकी ने इफको द्वारा विकसित नवीन कृषि उत्पादों एवं अंतरराष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में उर्वरकों की आपूर्ति की वर्तमान स्थिति पर विस्तार से चर्चा की।
कृषि विज्ञान केंद्र देवरी के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. आशीष त्रिपाठी ने खरीफ फसलों में उर्वरक प्रबंधन, कीट एवं रोग नियंत्रण पर उपयोगी जानकारी साझा की। जबलपुर से ऑनलाइन जुड़ीं श्रीमती इंदिरा त्रिपाठी, अनुविभागीय कृषि अधिकारी, पाटन ने “गुण नियंत्रण” विषय पर प्रशिक्षण दिया।
भोपाल से आए कमल जैन, उपसंचालक, संचाललय, ने MP किसान ऐप के तकनीकी पक्षों पर प्रस्तुति दी। संयुक्त संचालक राजेश त्रिपाठी ने जिले के समस्त कृषि अधिकारियों एवं कर्मचारियों को खरीफ 2025 के लक्ष्यों की पूर्ति हेतु प्रेरित किया।
कार्यक्रम में आत्मा परियोजना सागर के परियोजना संचालक मुकेश प्रजापति ने प्राकृतिक खेती के महत्व पर प्रकाश डाला, वहीं सहायक संचालक कृषि जयदत्त शर्मा ने सोयाबीन में मेड़-नाली पद्धति से बुआई के लाभ बताए।
कार्यशाला में मंडल प्रबंधक मार्कफेड श्री रोहित बघेल, सहायक संचालक श्री संजय पाठक, अनिल राय, कुमुद कोरी, नेहा सौहगौरा सहित जिले के समस्त वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, कृषि विस्तार अधिकारी, ब्लॉक तकनीकी प्रबंधक एवं सहायक तकनीकी प्रबंधकों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
कार्यशाला में प्रतिभागियों को खरीफ सीजन की वैज्ञानिक तैयारी एवं नवाचारों के प्रयोग की दिशा में महत्वपूर्ण मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।