मध्यप्रदेश में अगले चार दिन बारिश, ओले और कोहरे का अलर्ट
मध्यप्रदेश में मौसम ने करवट ली है। अगले चार दिनों तक प्रदेश में ओले, बारिश और घने कोहरे की स्थिति बनी रहेगी। रात के समय ठंडी हवाओं के कारण ठिठुरन बढ़ेगी। मंगलवार को कई जिलों में बादल छाए रहे। भिंड और सीहोर के कुछ इलाकों में सोमवार रात से हो रही बारिश मंगलवार सुबह तक जारी रही।
27 दिसंबर को सबसे ज्यादा असर
मौसम विभाग ने 27 दिसंबर को मौसम प्रणाली के सबसे ज्यादा प्रभावी रहने की संभावना जताई है। इस दिन भोपाल, ग्वालियर समेत 21 जिलों में बारिश और ओले गिरने का अलर्ट जारी किया गया है। अन्य जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनेगी।
मौसम का बदला मिजाज
वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टरबेंस) और राजस्थान के ऊपर बने लो प्रेशर एरिया के कारण मौसम में यह बदलाव आया है। अगले चार दिनों में अलग-अलग जिलों में बारिश, ओले और कोहरे का असर देखने को मिलेगा।
अगले चार दिन का पूर्वानुमान
24 दिसंबर: ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, खरगोन, विदिशा, गुना और अशोकनगर में हल्की बारिश हो सकती है। इनमें अशोकनगर, निवाड़ी और छतरपुर में गरज-चमक की संभावना है।
25 दिसंबर: ग्वालियर, भिंड, मुरैना, श्योपुर, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, अशोकनगर और गुना में घना कोहरा छाया रहेगा।
26 दिसंबर: इंदौर, उज्जैन, नीमच, मंदसौर, रतलाम, धार, बड़वानी, खंडवा, बुरहानपुर समेत अन्य जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक के हालात रहेंगे।
27 दिसंबर: भोपाल, ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना समेत 21 जिलों में बारिश और ओले गिरने का ऑरेंज अलर्ट जारी है। अन्य जिलों में गरज-चमक और बारिश की स्थिति बनी रहेगी।
सीजन का पहला मावठा और ठंड का दौर
मौसम विभाग ने बताया कि इस बार सीजन का पहला मावठा देखने को मिलेगा। दिसंबर के अंत में बारिश और ओले गिरने के बाद ठंड का असर और बढ़ेगा। आने वाले दिनों में रात का तापमान और गिर सकता है, जिससे जनवरी में कड़ाके की ठंड पड़ेगी।
तापमान में बढ़ोतरी
पिछले कुछ दिनों में उत्तरी हवाओं की कमी और वेस्टर्न डिस्टरबेंस की सक्रियता के कारण रात के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई। नौगांव में 6.2 डिग्री, पचमढ़ी में 7.9 डिग्री, भोपाल में 10.2 डिग्री और इंदौर में 14.6 डिग्री तापमान दर्ज हुआ।
स्कूलों और वन्यजीवों के लिए विशेष इंतजाम
बढ़ती ठंड को देखते हुए भोपाल, इंदौर और ग्वालियर समेत कई जिलों में स्कूलों की टाइमिंग बदली गई है। भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क में जानवरों को ठंड से बचाने के लिए हीटर लगाए गए हैं।
ठंड ने तोड़े रिकॉर्ड
दिसंबर में ठंड ने 58 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। भोपाल समेत कई जिलों में शीतलहर का असर रहा। नवंबर में भी भोपाल में 36 साल की सबसे ठंडी रात दर्ज की गई। अब दिसंबर के अंत में ठंड का प्रभाव और तेज हो सकता है।
मौसम के इस बदले मिजाज को लेकर लोग सतर्क रहें और सुरक्षित रहें।