शहीदों को श्रद्धांजलि के दौरान मशाल जुलूस में हादसा, 30 से अधिक लोग झुलसे
खंडवा के घंटाघर चौक पर आयोजित एक मशाल जुलूस के समापन के दौरान हुए हादसे में 30 से अधिक लोग झुलस गए, जिनमें से 12 की हालत गंभीर बताई जा रही है। यह आयोजन 26/11 के मुंबई आतंकी हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए किया गया था। हादसे का मुख्य कारण मशालों में मौजूद ज्वलनशील पदार्थ का भड़कना बताया जा रहा है।
घटना के बारे में कुछ वीडियो वायरल हो रहे हैं जिनसे घटना और स्थिति के बारे में काफी कुछ जानकारी मिलती है। दरअसल सभा के समापन पर मशालों को बुझाने की प्रक्रिया चल रही थी। इसी दौरान, कुछ मशालें उलट गईं, जिनसे तेल और बुरादा फैल गया और आग तेजी से भड़क उठी। इस दौरान आग लगने से वहां भगदड़ मच
गई। कई महिलाएं और बच्चे भी इसकी चपेट में आ गए। पुलिस अधीक्षक (एसपी) मनोज राय ने बताया कि ज्यादातर झुलसे लोगों के चेहरे और हाथ प्रभावित हुए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मशालें बुझाने के दौरान अचानक आग लगने से लोग संभल नहीं पाए। भगदड़ के कारण कई लोग गिर पड़े, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई। घायलों को तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां 12 लोगों का इलाज जारी है और अन्य को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया।
आयोजन में बड़ी संख्या में लोग शामिल
इस मशाल जुलूस का आयोजन राष्ट्रभक्त वीर युवा मंच द्वारा किया गया था, जिसमें 26/11 हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम में हैदराबाद के विधायक टी राजा और सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता नाजिया इलाही खान मुख्य अतिथि थे। आयोजन में बड़ी संख्या में महिलाएं, बच्चे और युवा शामिल थे।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। एसपी मनोज राय, एएसपी महेंद्र तारणेकर और एसडीएम बजरंग बहादुर ने जिला अस्पताल में घायल लोगों का हाल जाना। इसके अलावा, अस्पताल में पुलिस बल तैनात कर सुरक्षा के इंतजाम किए गए।
घटना के बाद जो वीडियो सामने आए हैं, उनमें आग लगने के बाद लोगों को भागते और चीखते-चिल्लाते देखा जा सकता है। वीडियो में भगदड़ और मशालों से आग फैलने के दृश्य स्पष्ट दिख रहे हैं।
मशाल जुलूस का उद्देश्य और आगे की कार्रवाई
यह मशाल जुलूस 26/11 के हमले के दौरान शहीद हुए सिपाहियों, अधिवक्ताओं और बैंककर्मियों की याद में आयोजित किया गया था। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है ताकि हादसे के लिए जिम्मेदार कारणों का पता लगाया जा सके। इस बीच, प्रशासन ने घायलों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।
इस हादसे ने सुरक्षा इंतजामों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ऐसे आयोजनों में ज्वलनशील सामग्री के उपयोग की गई लेकिन इस बारे में प्रशासन की कोई खास तैयारी नहीं थी।