युवक ने पत्नी और 2 बच्चो के सिर पर मारी कुल्हाड़ी बेटे की मौत,बेटी और महिला गंभीर
रीवा में एक युवक ने पत्नी और दो बच्चों पर रॉड और कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। इसमें 4 साल के बेटे की मौत हो गई। वहीं, महिला और 6 साल की बेटी को गंभीर हालत में संजय गांधी मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वारदात डभौरा थाना क्षेत्र के छिपिया गांव में शनिवार-रविवार की दरमियानी रात करीब 2 बजे की है। हमले के बाद भाग रहे आरोपी को गांव वालों की मदद से पुलिस ने पकड़ लिया।
पत्नी पर शक करता था आरोपी एएसपी विवेक लाल ने बताया कि रामबली चर्मकार (41) और सीमा चर्मकार (31) की शादी 6 साल पहले हुई थी। दोनों का 4 साल का बेटा और 5 साल की बेटी है। शादी के कुछ समय तक ठीक चला।
इसके बाद वह पत्नी के चरित्र पर शक करने लगा। इसे लेकर दोनों में अक्सर विवाद भी होता था। रामबली अपनी पत्नी के साथ मारपीट करता था। बदनामी के डर से पत्नी ने शिकायत नहीं की।
बच्चे मां को छोड़ देने की लगाते रहे गुहार सीमा के भाई सरोज चर्मकार ने बताया कि रात करीब 2 बजे जीजा रामबली नशे में धुत होकर घर आया। पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर विवाद होने लगा। रामबली ने पत्नी की लोहे की रॉड से पिटाई शुरू कर दी।
शोर सुनकर बेटा रविंद्र चर्मकार (4) और बेटी रागिनी चर्मकार (6) जाग गए। वह मां को बचाने की गुहार करने लगे, लेकिन पिता ने एक नहीं सुनी। गुस्से ने आरोपी ने तीनों के सिर पर कुल्हाड़ी और लोहे की रॉड मार दी। तीनों को लहूलुहान हालत में छोड़कर भाग गया। गांव वालों ने आरोपी को घेराबंदी कर पकड़ा शोर सुनकर परिवार के लोग और गांव वाले भी आ गए। बहू और बच्चों को लहूलुहान हालत में देखकर तुरंत अस्पताल ले जाया गया। पुलिस को भी सूचना दी गई। गांव वालों ने घेराबंदी कर आरोपी रामबली को पकड़ लिया। मौके पर पहुंची पुलिस को सौंप दिया।
बच्ची की हालत नाजुक, ऑक्सीजन सपोर्ट पर मां-बेटी को संजय गांधी मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां दोनों की हालत नाजुक है। बच्ची को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। डॉक्टरों के मुताबिक हमले में दोनों के सिर पर गंभीर चोट है। मां की हालत थोड़ी स्थिर हुई है, लेकिन बच्ची की हालत नाजुक है।
आरोपी की बहन ने कहा- भाई को सख्त सजा मिले रामबली की बहन रानी ने बताया कि भाई का स्वभाव शक करने का था। अपनी पत्नी पर शक करता था। घर में बच्चा या बूढ़ा कोई भी आए, वह हमेशा गलत समझता था। वह आए दिन लाठी-डंडों से पीटता था। घरवाले भी उसे समझाते थे, लेकिन उसने एक नहीं सुनी।
परेशान होकर एक साल पहले सीमा घर छोड़कर मायके चली गई थी। करीब छह महीने पहले घरवालों के कहने पर उसे वापस लेकर आया था। कुछ दिन ठीक रहने के बाद फिर वही शक और मारपीट करने लगा। भाई को सख्त सजा मिलनी चाहिए।