कचरा खुद देगा इस तरह गवाही, भेजा जाएगा ननि द्वारा चालान
कचरे में मिले फ्लिपकार्ट, अमेजॉन ज़ोमेटो आदि ऑनलाइन शॉपिंग के पैकेट और पर्चे पर अंकित नाम पते देखकर किया जायेगा चालान
सागर। खुद बोलेगा कि मैं किसके घर का हूं, यह बात सुनने में जरूर अजीब लगे लेकिन यह हकीकत है क्योकि घरों या दुकानों से फेके गये कचरे में एक न एक ऐसा पर्चा या चिन्ह जरूर मिलता है जो बोलता है की मैं किस घर, दुकान या संस्थान से फेका गया हूँ। जो रहवासी या दुकानदार नालियों या सार्वजनिक स्थानो पर कचरा फेंकते हैं तो अब उन्हें नगर निगम के वार्ड सफाई दरोगा, सफाई मित्र और रेमकी कंपनी के कर्मचारी कचरा देखकर और आस- पड़ोस से जानकारी लेकर नालियों या सार्वजनिक स्थानों पर कचरा फेंकने वालों को चिन्हित कर उन पर चालानी कार्रवाई करेंगे।
इस आधार पर होगी कार्यवाही
1. खुले में फेके गये रैपर, फ्लिपकार्ट, अमेजॉन सहित अन्य ऑनलाइन शॉपिंग के पैकेजिंग मटेरियल, ज़ोमेटो, स्वीगी आदि ऑनलाइन फूड पैकेट आदि पर अंकित नाम और पते के आधार पर कचरा फेकने वालों की पहचान की जाएगी।
2. वार्डों में स्थापित कैमरों की रिकॉर्डिंग बताएगी कचरा किसने फेका है। और रिकॉर्डिंग के आधार पर चालान किया जायेगा।
3. रोको-टोको/ समझाइस अभियान के तहत नागरिकों द्वारा कचरा फेकने वालों की जानकारी मिलते ही चालान किया जायेगा।
4. शहर के ऐसे घर, दुकान एवं संस्थान जो कचरा गाड़ी में कचरा नहीं देते हैं इसका मतलब वे कचरा खुले में यहां-वहाँ फेकते होंगे। ऐसे लोगों पर भी चालानी कार्यवाही होगी।
उक्त बिन्दुओं अनुसार वाक्या तब देखने आया जब नमक मंडी में स्थित एक मेडिकल स्टोर द्वारा अपने स्टोर का कचरा सड़क किनारे फेंका गया, जिसे नगर निगम के जोन प्रभारी और सफाई दरोगा ने चिन्हित किया कि यह कचरा मेडिकल स्टोर का है जो उन्हीं के द्वारा फेंका गया है और सामने स्थित मेडिकल स्टोर से पूछताछ की गई तो यह कचरा उक्त मेडिकल स्टोर का ही पाया गया। जिसके बाद उस मेडिकल स्टोर के खिलाफ चालानी कार्यवाही की गई। इसी प्रकार चाट विक्रय वाले, फल सब्जी विक्रय वाले एवं अन्य दुकानदार और रहवासी कचरा फेंकते हैं तो उन्हें भी चिन्हित कर अब चलानी कार्यवाही की जायेगी, क्योंकि जिस स्थान पर कचरा फेंका गया है वह निश्चित ही आसपास के दुकानदार या रहवासियों द्वारा ही फेका गया होगा, इसलिए रहवासी भी ध्यान रखें की कोई उनके आजू-बाजू में नाले या सार्वजनिक स्थान पर कचरा फेंकता है तो उसे रोकें -टोकें। इसके बावजूद कोई व्यक्ति नहीं मानता है तो उसकी जानकारी नगर निगम वार्ड सफाई दरोगा को दें। ताकि कचरा फेकने वालों के खिलाफ चालानी कार्यवाही कर सबक सिखया जा सके और स्वच्छता के प्रति जागरूक बनाया जा सके।
उल्लेखनीय है कि नगर निगम द्वारा शहर की सफाई व्यवस्था को सुदृण बनाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं और निगम आयुक्त राजकुमार खत्री द्वारा भी लगातार नगर का भ्रमण कर सफाई व्यवस्था का जायजा लिया जा रहा है और लोगों को समझाईस दी जा रही है कि वह सार्वजनिक स्थलों या नालियों में अपने घरों या दुकानों का कचरा ना फेके बल्कि उसे डस्टबिन में एकत्र कर रखें और कचरा गाड़ी आने पर उसको दें लेकिन उसके बावजूद भी जो लोग सार्वजनिक स्थानों पर कचरा फेंकने कि आदत में सुधार नहीं कर रहे हैं तो उन्हें चिन्हित कर चालानी कार्यवाही की जायेगी।