गौर पीठ और नागपुर विश्वविद्यालय के बीच शीघ्र होगा एम ओ यू साइन
सागर। सागर विश्वविद्यालय के संस्थापक डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्व के उन महान शिक्षाविदों में हैं जिन्होंने अपना सारा जीवन केवल शिक्षा और देश-भक्ति के लिए समर्पित कर दिया। सागर विश्वविद्यालय की स्थापना के पूर्व डॉक्टर गौर दिल्ली विश्वविद्यालय और नागपुर विश्वविद्यालय के कुलपति रह चुके हैं। गौर पीठ शीघ्र ही इनके साथ अकादमिक समझौता करेगी। जिससे डॉक्टर गौर के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर शोधपरक प्रकाशन को गति दी जा सकेगी।” इसी दिशा में गौर पीठ के समन्वयक प्रोफेसर दिवाकर सिंह राजपूत ने नागपुर विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रोफेसर संजय दूधे से मुलाकात की और अकादमिक समझौता पत्रक पर चर्चा की। राष्ट्र संत तुकडो जी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय, नागपुर, महाराष्ट्र के प्रति कुलगुरु (Pro Vice Chancellor) प्रोफेसर संजय दूधे ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि डॉक्टर गौर के व्यक्तित्त्व और कृतित्व पर शोधपरक कार्य करना सौभाग्य की बात होगी। डॉक्टर गौर को भारत रत्न सम्मान मिल सके इस दिशा में भी समन्वित प्रयास करने पर सहमति बनी। नागपुर और नागपुर विश्वविद्यालय के लिए डॉक्टर गौर के अतुलनीय योगदान के लिए उन्होंने डॉक्टर गौर की सराहना की. गौर पीठ समन्वयक प्रोफेसर दिवाकर सिंह राजपूत ने नागपुर विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो संजय दूधे को डॉक्टर गौर की जीवनी भेंट की. और अकादमिक समझौते के मसौदे पर चर्चा की।