सागर में ठंड ने बढ़ाया दिल के मरीजों का खतरा
सागर। इस समय कड़ाके की सर्दी का दौर चल रहा है। लगातार गिरते तापमान का असर अब लोगों के दिल, दिमाग पर पड़ने लगा है। ठंड के प्रकोप के चलते अस्पतालों में हृदय रोग के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। जिला अस्पताल और बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में रोजाना हॉर्ट संबंधी बीमारी से ग्रसित मरीज पहुंच रहे हैं।
जिला अस्पताल की बात करें तो दिसंबर से अब तक करीब 65 हॉर्ट मरीज इलाज के लिए भर्ती हुए। जिनमें से दो मरीजों की मौत हुई है। वहीं बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में दिसंबर से अब तक आईसीयू में 55 मरीज हॉर्ट के भर्ती हुए। जिनमें से 8 मरीजों की मौत हुई है। ये आंकड़ा सिर्फ सरकारी अस्पताल का है। निजी अस्पतालों में ये संख्या कई गुना ज्यादा हो सकती है।
बीते सात दिन की बात करें तो शहर के निजी और सरकारी अस्पतालों में हर दिन हार्ट अटैक के 30 से 40 मरीज भर्ती हो रहे हैं। जिनमें 20 फीसदी मरीजों की अस्पताल पहुंचते समय या इलाज के दौरान मौत हो रही है। इस समय बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज का आईसीय फल है। डॉक्टरों के मेडिकल कॉलेज का आईसीयू फुल है। डॉक्टरों के अनुसार पहले जहां अस्पतालों में हार्ट अटैक के प्रतिदिन 2 से 3 मरीज ही पहुंचते थे, अब इनकी संख्या 20 से ज्यादा है। यही हाल पैरालिसिस के मरीजों का भी है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने एडवायजरी जारी करते हुए वृद्ध, बच्चों और गर्भवती महिलाओं का ध्यान रखने की अपील की है।
जिला अस्पताल के एमडी मेडिसिन डॉ. जितेंद्र सराफ ने बताया कि जिला अस्पताल में दिसंबर से अब तक करीब 65 हॉर्ट संबंधी मरीज इलाज के लिए आए हैं। इनमें से दो मरीजों की मौत हुई है। ठंड के कारण हृदय रोगियों की अस्पताल में संख्या बढ़ी हैं। हृदय रोगियों को ठंड से अपना बचाओ करना चाहिए। किसी प्रकार की परेशानी होने पर तत्काल डॉक्टर से परामर्श लें। वहीं बीएमसी के डॉ. रमेश पांडेय ने बताया कि बीएमसी के आईसीयू में दिसंबर से अब तक 55 हॉर्ट मरीज भर्ती हुए हैं। जिनमें से दिसंबर में 5 और जनवरी में अब तक 3 मरीजों की मौत हुई है। बीएमसी में सामान्य दिनों की अपेक्षा हृदय रोगियों की संख्या में इजाफा हुआ है। युवाओं में बढ़ रहे ब्रेन हेमरेज के मामले न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. दीपांशु दुबे ने बताया कि इस बार सर्दी में हर सप्ताह करीब 8 से 10 लोगों को ब्रेन हेमरेज हो रहा है। जबकि आम दिनों में इनकी संख्या दो दिन में एक मरीज की होती है। इन मामलों में हाई ब्लड प्रेशर के मरीज ज्यादा हैं। अब 30 से 35 साल के युवकों में भी ब्रेन हेमरेज के मामले बढ़ रहे हैं। लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। हार्ट अटैक के यह हैं लक्षण हार्ट सर्जन डॉ. नीलेश अग्रवाल के अनुसार दिल तक खून पहुंचाने वाली किसी एक या एक से अधिक धमनियों में रुकावट आने पर हार्ट अटैक आता है। सर्दियों में दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है, क्योंकि धमनियां सिकुड़ती हैं। अगर सीने, बांह, कोहनी या छाती की हड्डियों में असहजता, दबाव, भारीपन या दर्द का अहसास हो तो हार्ट की शिकायत हो सकती है। इस दौरान पीठ, जबड़े, गले और बाहों में मरीज असहज महसूस करते हैं। मितली, पेट में समस्या, बहुत ज्यादा कमजोरी, दिल की धड़कनों का तेज या अनियमित होना भी इसके लक्षण हैं। ऐसी स्थिति तत्काल चिकित्सक से परामर्श लें।
ऐसे करें हार्ट अटैक से बचाओ
डॉक्टर की मानें तो ठंड के मौसम में हृदय रोगियों को सावधानी बरतने की जरूरत है। वे खाने में नमक कम लें। कड़ाके की ठंड से बचें। शरीर की क्षमता अनुसार व्यायाम करें। नियमित रूप से स्वास्थ्य की जांच कराएं। बीपी पेशेंट दवाओं का सेवन न छोड़ें। सुबह सूर्योदय के बाद टहलने निकलें। शराब, तम्बाकू, सिगरेट से सेवन से बचें।