चाचा ने 6 साल के भतीजे को तालाब में फेंका, खुद भी कूदा, दोनों की मौत
भोपाल। जहांगीराबाद के खटलापुर तालाब में गुरुवार सुबह साढ़े ग्यारह बजे के करीब जहांगीराबाद के चिकलौद रोड निवासी 24 वर्षीय चाचा कैसर ताज ने अपने 7 साल के भतीजे अहमद ताज को तालाब में डूबाकर मार डाला।बाद में जब लोगों ने उसे बच्चे को तालाब में फेंकते देखा, तो पकड़े जाने के डर से उसने खुद भी तालाब में कूदकर जान दे दी। जहांगीराबाद पुलिस ने दोनों के शव गोताखोरों की मदद से बरामद कर लिए हैं।पुलिस की शुरुआती जांच में चाचा के भतीजे को फेंकने का कारण बच्चे के पिता और चाचा में संपत्ति के बंटवारे को लेकर विवाद पुलिस बता रही है,फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।जहांगीराबाद थाना प्रभारी अजय तिवारी ने बताया कि कैंसर ताज (24) निवासी ताज किराना स्टोर वाला मकान, चिकलोद रोड पर स्वजनों के साथ रहता था। गुरुवार दोपहर वह अपने भाई फैसल ताज के सात वर्षीय बेटे अहमद ताज को लेने के लिए उसके स्कूल पहुंचा और वहां से बच्चे को स्कूल यूनिफार्म में लेकर वह पुलिस मुख्यालय के पीछे खटलापुरा तालाब पर लेकर पहुंचा।जहां उसने मासूम को पानी में फेंककर पानी में डूबा दिया। उसकी इस हरकत को रायसेन के रहने वाले एक युवक ने देख लिया और उसे पकड़ने की कोशिश की तो आरोपित कैसर ताज ने डर के मारे तालाब में छलांग लगा दी।बाद में लोगों ने इस पूरे घटनाक्रम की सूचना पुलिस को दी।पुलिस ने नगर निगम के गोताखोरों की मदद से दोनों के शव बाहर निकलवा कर पोस्टमार्टम कराया गया। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त शशांक सिंह ने बताया कि कैंसर ताज और उसके भाई फैसल ताज के पिता ने कुछ माह पहले दोनों भाइयों में संपत्ति का बंटवारा कर दिया था। दोनों भाईयों में इसी को लेकर अनबन चल रही थी। दोनों पहले पिता के साथ किराने की दुकान पर बैठा करते थे।
कैंसर शादीशुदा है और एक बच्चे का पिता है। उसकी पत्नी ऐशबाग में अपने मायके में अपने बच्चे के साथ ही रह रही है। उसके पति ने तीन माह पहले अपने पिता के साथ भी विवाद किया था। उसके बाद से उसके घर से अलग कर दिया था, वह अपनी ससुराल और घर आता जाता रहता था।
पहले पूरा परिवार संयुक्त रूप से रहते थे। इस विवाद के बाद से कैसर का मानसिक तनाव में रहने लगा था। आशंका है कि इस तनाव को लेकर उसने अपने भतीजे की तालाब में फेंक कर जान ले ली।
चार भाई बहनों में सबसे छोटा था कैसर:-
कैंसर और उसके भाई फैसल के अलावा उसकी दो बहनें हैं, कैंसर का भी छह साल का बेटा है। वह भतीजे के साथ ही स्कूल में पढ़ा करता था।