सागर विधायक ppe किट पहिनकर पहुचे कोविड वार्ड में मरीजों के हाल जाने
सागर-
सागर विधायक शैलेंद्र जैन ने मानवीयता और अपने जनप्रतिनिधि होने का कर्तव्य निभाते हुए लगातार आ रही शिकायतों के मद्देनजर आज स्वयं पी पी ई किट पहनकर कोविड आईसीयू में पहुंचे उसके पूर्व जब बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज पहुंचे और वहां के प्रशासन से उन्होंने अचानक कोविद आई सी यू में जाने की बात कही तो प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए और उन्होंने तत्काल मना कर दिया यह संभव नहीं है इसमें बहुत रिस्क है जिस पर विधायक शैलेंद्र ने कहा कि मैं आज अपनी इच्छा शक्ति से यह मन बना कर आया हूं कि आज अंदर जाकर कॉविद आई सी यू की व्यवस्थाएं देख लूंगा वहां भर्ती मरीजों से बात करूंगा और बाहर आकर उनके परिजनों को अपनी ओर से आश्वस्त करूंगा कि उन को दी जाने वाली व्यवस्थाएं और वे ठीक हैविधायक जी का यह कदम काफी सराहनीय और जनहितैषी है। कोरोना काल मे सम्भवता शैलेन्द्र जैन जी पहले जनप्रतिनिधि हैं, जो कोविड आईसीयू में मरीजों के बीच पहुंचकर उनका हालचाल जान रहे हैं, इलाज व स्वास्थ्य की जानकारी ले रहे हैं।
कोरोना आईसीयू में सामान्य व्यक्ति के हाथ-पांव फूलने लगते हैं, ऐसे में विधायक जी का यह प्रयास साहसिक है।
जाहिर है, इससे कोविड अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार होगा और कमियों को सामने लाने में मदद मिलेगी। विधायक शैलेंद्र जैन ने पीपीई कित पहनकर कोविड आईसीयू में पहुंचे और वहां पर भर्ती लगभग प्रत्येक मरीज से बात की जिसमें सभी ने उन्हें सकारात्मक उत्तर दिया विधायक जैन ने चिकित्सकों से उनकी जानकारी ली और अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि मैंने मरीजों से कहा कि हम जिस बीमारी से लड़ रहे हैं इसमें हमारी इच्छा शक्ति का बहुत बड़ा योगदान है सकारात्मक इच्छाशक्ति के साथ आप इस बीमारी के साथ लड़ी है पूरी ताकत के साथ पूरा प्रशासन और पूरी चिकित्सा व्यवस्था और चिकित्सक आपके साथ हैं मैं स्वयं आपके साथ हूं आपको हारने नहीं दिया जाएगा उन्होंने कहा कि एनआरएचएम और अन्य मदों से आउट सोर्स के आधार पर हमें मेन पावर मिल रहा है सब पूरी तन्मयता से कार्य कर रहे हैं
उन्होंने कहा कि यह वायरस जनित रोग है अपनी इच्छा शक्ति बढ़ाएं सकारात्मक विचारों के साथ लड़े इसके साथ ही उन्होंने चिकित्सकों और प्रशासन को निर्देशित किया कि रोगियों की काउंसलिंग कराएं उनके शंकाओं का समाधान करें
आईसीयू के अकस्मात निरीक्षण के प्रश्न पर उन्होंने बताया कि परिजनों द्वारा लगातार शिकायतें आ रही थी कि उनके परिजनों की कोई भी जानकारी उन्हें प्राप्त नहीं हो पा रही है अंदर एक ऐसा इलाज चल रहा है यह भी जानकारी उन्हें नहीं मिल पा रही है इसके संबंध में आज हमने निर्णय लिया और हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि यदि डॉक्टर्स के राउंड के समय सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से मरीज और डॉक्टर का संवाद परिजनों को दिखाया जाए तो उन्हें काफी संत संतुष्टि होगी और दिन में कम से कम 2 बार मरीज के परिजन मरीज की वीडियो कॉल पर बात हो जाए ऐसा हमारा प्रयास होगा इसके संबंध में आज मेडिकल कॉलेज के डीन और संभाग आयुक्त महोदय के साथ चर्चा करेंगे