बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की ‘सनातन हिंदू एकता’ पदयात्रा का दूसरा दिन
छतरपुर: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की ‘सनातन हिंदू एकता’ पदयात्रा का आज शुक्रवार को दूसरा दिन है। पदयात्रा सुबह 8:30 बजे कदारी फार्मेसी कॉलेज से शुरू हुई। आज का लक्ष्य 17 किलोमीटर की दूरी तय करके छतरपुर के पेप्टेक टाउन पहुंचना है, जहां रात्रि विश्राम और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे।
पदयात्रा का आज का मार्ग और कार्यक्रम
कदारी से गठेवरा: दोपहर का भोजन यात्रियों को गठेवरा में कराया जाएगा।
छतरपुर प्रवेश: यात्रा रुद्राक्ष होटल से छतरपुर शहर में प्रवेश करेगी।
सभा और संबोधन: छत्रसाल चौराहे पर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री श्रद्धालुओं को संबोधित करेंगे। इस सभा में हैदराबाद के गोशामहल से बीजेपी विधायक टी. राजा भी शामिल होंगे।
पेप्टेक टाउन: यात्रा नौगांव रोड होते हुए पेप्टेक टाउन पहुंचेगी, जहां रात्रि भोजन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, और प्रवचन होंगे। कार्यक्रम में दिल्ली की गायिका शीतल पाण्डेय, बिन्नू रानी और हिमालय यादव प्रस्तुति देंगे।
पहले दिन का सफर
गुरुवार को यात्रा बागेश्वर धाम से शुरू हुई। पं. शास्त्री ने ध्वजारोहण, राष्ट्रगान और हनुमान चालीसा के पाठ के बाद बागेश्वर बालाजी की परिक्रमा के साथ पदयात्रा का शुभारंभ किया। पहले दिन लगभग 20 किलोमीटर का सफर तय कर यात्रा कदारी गांव पहुंची। इस दौरान बुंदेली कलाकारों ने लोक कलाओं का प्रदर्शन किया।
यात्रा का लक्ष्य और पड़ाव
9 दिन की पदयात्रा में 160 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी। यात्रा बागेश्वर धाम से शुरू होकर रामराजा मंदिर, ओरछा तक जाएगी। कुल 8 पड़ाव तय किए गए हैं।
श्रद्धालुओं की संख्या और व्यवस्थाएं
पदयात्रा के लिए 20,000 श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन पंजीयन कराया है। इनमें 36% मध्य प्रदेश, 34% उत्तर प्रदेश, और शेष अन्य राज्यों एवं देशों से हैं।
सुरक्षा के लिए पुलिस की थ्री लेयर सिक्योरिटी तैनात की गई है। 3 एडिशनल एसपी, 8 डीएसपी, 18 टीआई और 656 पुलिस जवान सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
यात्रा के दौरान मेडिकल टीम भी साथ है।
जन-जन की भागीदारी
पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की यह यात्रा सनातन धर्म और हिंदू एकता को बढ़ावा देने के लिए है। हर पड़ाव पर हजारों श्रद्धालु पदयात्रा में शामिल हो रहे हैं, जो इस यात्रा को धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण बना रहे हैं।