डेरी विस्थाप की प्रक्रिया पर महापौर प्रतिनिधि के बिगड़े बोल कहा कमला बुआ किन्नर नही महापौर
वीडियो वायरल के बाद सामने आए प्रतिनिधि किया खेद प्रकट
सागर। नगर निगम ने शहर से पशुओं को पकड़ने की कार्यवाही शुरू की है। बता दें डेरी विस्थाप की कवायद फिर शुरू हुई है इसी के चलते पशुपालकों ने विरोध किया तो महापौर प्रतिनिधि सुशील तिवारी ने विवादित बयान दे दिया। उन्होंने कहा कि “भाई साहब लोह पुरुष हैं हम, सीना लोहे का है। जिसको जितने लाना लाओ, सबका अच्छे से स्वागत करेंगे हम, कमला बुआ नहीं, किन्नर नहीं है। महापौर, मर्द है”
सागर महापौर के बिगड़े बोल किन्नरों ने बोला माफी माँगो pic.twitter.com/mcyUGRnDEy
— Khabar ka Asar.com (@kka_news) May 18, 2023
महापौर प्रतिनिधि डॉ. तिवारी की इस बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल जो रहा हैं जिसके बाद किन्नर समाज ने विरोध जताया है। कमला बुआ की उत्तराधिकारी किन्नर किरण ने कहा कि महापौर प्रतिनिधि सुशील तिवारी माफी मांगें नहीं तो विरोध करेंगे।
मामला का हैं जब 15 मई को डेयरी विस्थापन के तहत सागर शहर में कलेक्टर दीपक आर्य, एसपी अभिषेक तिवारी अधिकारियों के साथ शहर में निकले थे। इस दौरान उनके साथ महापौर प्रतिनिधि सुशील तिवारी भी थे। डेयरी विस्थापन को लेकर पशुओं को पकड़ने और पशुपालकों को समझाइश देने की कार्रवाई की जा रही थी तभी कुछ पशुपालकों ने कार्रवाई को लेकर विरोध जताया। इसी दौरान कलेक्टर के सामने ही महापौर प्रतिनिधि के बोल बिगड़ गए सामने आया वीडियो इसी कार्रवाई के दौरान का बताया जा रहा है। वीडियो सामने आते ही किन्नर समाज ने आपत्ति लेते जताया है। किन्नर समाज की मुखिया बोली माफी मांगें महापौर प्रतिनिधि तिवारी का वीडियो सामने आने के बाद पूर्व महापौर कमला बुआ की उत्तराधिकारी किन्नर किरण ने कहा कि कमला बुआ अब इस दुनिया में नहीं हैं। इस तरह उनका नाम नहीं उछालना चाहिए। वे जनता से चुनी महापौर थीं। उन्होंने बहुत गलत बोला है। वे माफी मांगें नही तो भविष्य में उनके खिलाफ किन्नर समाज से प्रत्याशी उतारकर चुनाव लडूगी।
महापौर प्रतिनिधि सुशील तिवारी ने वीडियो एडिट हैं कहा
वीडियो वायरल होने के बाद विवाद बड़ा तो महापौर प्रतिनिधि सुशील तिवारी ने कहा कि सोशल मीडिया पर मेरा एक एडिट किया हुआ वीडियो चलाया जा रहा है जो शहर में पहली बार शुरू हुई ऐतिहासिक डेयरी विस्थापन की मुहिम की कार्रवाई के दौरान का है। उस संबंध में स्पष्ट करना चाहता हूं कि शहर से डेयरी विस्थापन का मुद्दा बड़ा मामला है। शहर की 3.50 लाख की आबादी इससे परेशान है अक्सर शहर में पशुओं की लड़ाई, दौड़ में दुर्घटनाएं भी होती रहती है। दो दशक से डेयरी विस्थान की प्रक्रिया चल रही है। जब प्रशासन और पूरा अमला डेयरियों से पशु उठाने पहुंचा तो कुछ पशुपालक मौके पर दवाब डाल रहे थे कि किन्नर कमला बुआ के समय भी इसकी मुहिम चली, वह भी नहीं हटा पाई हमें। वे धमकी में कह रहे थे कि नगर निगम में पशु छोड़ देंगे। इस पर मैंने सिर्फ यही कहा था कमला बुआ अब महापौर नहीं हैं। चूंकि उन्होंने कमला बुआ का जिक्र किया, इसलिए मेरे मुंह से भी बुआ का नाम निकल गया। जहां तक किन्नर समाज का विषय है तो मैं व्यक्तिगत रूप से सबसे ज्यादा उनका सम्मान करता हूं। हमारे शुभ कार्यों में उनकी उपस्थिति होती है। मैंने उनकी भावनाओं को कोई ठेस नहीं पहुंचाई है। यदि जाने अनजाने में किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची हो तो मैं खेद प्रकट करता हूं।