स्वच्छ सर्वेक्षण 2022: ज्ञानवीर कॉलेज में शपथ दिलाई गई, गीले कचरे की ऑनसोर्स कम्पोटिंग हो- निगमायुक्त

स्वच्छ सर्वेक्षण 2022: शहर में गीले कचरे की ऑनसोर्स कम्पोटिंग करने की आवश्यकता:- निगमायुक्त

सागर- स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के अंतर्गत स्कूल कालेजों की सहभागिता भी जरूरी है तभी हम शहर को साफ स्वच्छ रखने और इन संस्थाओं को जीरो बेस्ट बनाकर कचरे की निकलने वाली मात्रा को कम कर सकते है, इसी उद्देश्य को लेकर नगर निगम आयुक्त आर पी अहिरवार ने ज्ञानवीर कालेज पहुॅचकर वहॉ पर अध्ययनरत छात्र-छात्राओं और स्टाप को गीले कचरे से खाद बनाने का संकल्प लेने का आह्वान करते हुये कहा कि हम सबको लोगों को जागरूक करना है कि अब वह समय नहीं है जहॉ पहिले कचरे को कहीं भी फेंक देते थे, वर्तमान में कचरे का निष्पादन बड़ी समस्या है और इस समस्या के हल के उपाय पर अभी काम शुरू नहीं किया तो आगे प्रकृति को बहुत संकट होगा।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से स्मार्ट सिटी सी.ई.ओ. राहुल सिंह राजपूत, ज्ञानवीर कालेज के चेयरमेन आदित्यसिंह राजपूत, ब्राण्ड एम्बेसिडर इंजी.प्रकाश चौबे, प्रकृति प्रेमी महेश तिवारी, कालेज के प्राचार्य महेश शुक्ल के साथ कालेज के समस्त शिक्षक तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
कार्यक्रम में निगमायुक्त आर पी अहिरवार ने बताया कि शहर से प्रतिदिन 90 से 100 टन कचरा निकलता है जिसमें 60 प्रतिशत गीला और 40 प्रतिशत सूखा कचरा होता है सूखे कचरे में सबसे ज्यादा मात्रा पॉलीथीन की होती है जो प्रकृति के साथ-साथ हम सबको हानिकारक है, इस प्रकार देखा जाय तो कचरे का डिस्पोजल बहुत बड़ी समस्या बन गई है और यह सभी के लिये स्वास्थ्य की दृष्टि से हानिकारक होने के साथ-साथ गीले कचरे के सड़ने से भू-जल भी प्रदूषित होता है इसलिये गीले कचरे की ऑन सोर्स कम्पोटिंग करने की आवश्यकता है जिसका उपाय बहुत सरल है इसके तहत् हम अपने संस्थान में निकलने वाले गीले कचरे यानि पत्ते, फूल, फल-सब्जी के छिलके आदि के द्वारा नापेड पिट बनाकर उससे खाद बना सकते है इसी प्रकार घरों से निकलने वाले गीले कचरे से मटका खाद बना सकते है साथ ही प्लास्टिक के बर्तनों के स्थान पर स्टील के बर्तनों का प्रयोग कर हम प्लास्टिक के उपयोग को काफी मात्रा तक रोक सकते है इसके लिये हमें जागरूकता का परिचय देना है साथ ही अपने आस पड़ोस के लोगों को भी इसके प्रति जागरूक करना है ताकि हम कचरे के उत्पादन में कमी ला सकें।
स्मार्ट सिटी सी.ई.ओ. राहुलसिंह ने कहा कि 3-आर यानि रिड्यूज, रियूज एवं रिसाईकिलिंग के तहत् हम घरों के गीले कचरे को मटका खाद के माध्यम से खाद बनाकर उसका उपयोग अपने घरों के पौधों मे कर सकते है।
ब्राण्ड एम्बेसिडर इंजी.प्रकाश चौबे ने कहा कि घर के सामान लाने में हम थैला का उपयोग करें ताकि घरों में पॉलीथीन ना आ सकें उसी प्रकार घरों के सार्वजनिक कार्यक्रमों में जागरूकता का परिचय देते हुये प्लास्टिक के डिस्पोजल के स्थान पर स्टील के बर्तनों का उपयोग कर काफी हद तक सूखे कचरे की मात्रा को रोक सकते है इसलिये हम संकल्प करें कि शहर को स्वच्छता बनाने हेत जागरूक करें और स्कूल कालेज में भी स्वच्छता वाहिनी का भी गठन हो जो बच्चे स्कूल और आसपास जाकर लोगों को गंदगी ना फैलाने के प्रति जागरूक करें।
ज्ञानवीर कालेज के चेयरमेन श्री राजपूत ने कहा कि मान.प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से स्वच्छता के प्रति लोगों में काफी जागरूकता आयी है और वर्तमान में सागर नगर मेें निगम आयुक्त आर पी अहिरवार द्वारा स्वच्छता के लिये जो प्रयास किये जा रहे है वह सराहनीय है और उनमें हम सभी को सहयोग देकर और प्रभावी बनाना है इसका हम सभी संकल्प लें।
कार्यक्रम के अंत में स्वच्छता बनाये रखने एवं लोगों को जागरूक करने के लिये प्रकृति प्रेमी महेश तिवारी ने सामूहिक रूप से उपस्थित जनों को शपथ दिलायी तथा छात्र-छात्राओं को मटका खाद बनाने की विधि भी बतायी गई।
इस मौके पर मनीष जैन, अकादमिक डायरेक्टर विनादे तोमर, डॉ.पूर्वा जैन, डॉ.पुष्पा खरे, किरण गुप्ता, दिनेश दुबे, शेखर पाठक, देवप्रिया चौहान सहित अन्य कालेज के शिक्षक एवं छात्र-छात्रायें उपस्थित थी।

खबर गजेंद्र ठाकुर-9302303212

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