राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो बोले रोजगार ढूंढ रहे कांग्रेस नेता मुकेश नायक
दमोह। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने दमोह में मिशन अस्पताल के संचालक डॉ. अजय लाल को ‘अवैध’ बताया है। उन्होंने डॉ. लाल पर धर्मांतरण, बच्चों का अवैध मतांतरण और लोगों की आस्था से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया।
कानूनगो ने कहा कि अजय लाल स्वयं ‘अवैध’ हैं, क्योंकि वे धर्मांतरण, विशेषकर अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों का मतांतरण जैसे कार्य कर रहे हैं। यह टिप्पणी उन्होंने दमोह में पत्रकारों से बातचीत के दौरान की।
मुकेश नायक पर कहा- वे पैसे लेकर बयान दे रहे
इस दौरान कानूनगो ने पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता मुकेश नायक के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें नायक ने डॉ. अजय लाल को बेकसूर बताया था। कानूनगो ने मुकेश नायक को ‘बेरोजगार’ बताते हुए कहा कि वे अपना रोजगार ढूंढने के लिए ‘अनर्गल बातें’ कर रहे हैं।
कानूनगो ने आरोप लगाया कि एक ऊंची जाति का प्रतिनिधित्व करने वाले नायक, डॉ. अजय लाल जैसे ‘मल्टी मिलेनियर मिशनरी आदमी’ से पैसे लेकर इस तरह की बयानबाजी कर रहे होंगे। उन्होंने कहा कि नायक जैसे लोग हजारों साल से ऐसा करते आ रहे हैं।
कानूनगो बाल्मीकि समाज के लोगों से मिले
प्रियंक कानूनगो सोमवार को दमोह में आयोजित स्वदेशी मेले में शामिल होने पहुंचे थे। उन्होंने बाल्मीकि समाज के लोगों से भी मुलाकात की थी, जहां उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में ये बातें कहीं। उन्होंने जिला और पुलिस प्रशासन पर भी डॉ. अजय लाल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई न करने का आरोप लगाया
यह मामला मिशन अस्पताल से जुड़ा है, जहां एक फर्जी डॉक्टर एनजॉन केम ने हृदय रोगियों की एंजियोग्राफी की थी। इस प्रक्रिया के दौरान सात मरीजों की मौत हो गई थी, जिसके बाद मामले की जांच शुरू हुई।
जांच में पता चला कि डॉक्टर की डिग्री फर्जी थी और अस्पताल का संचालन भी अवैध पाया गया। इसके परिणामस्वरूप, प्रशासन ने अस्पताल की कैथ लैब को सील कर दिया और बाद में पूरे मिशन अस्पताल को बंद कर दिया गया।
इस मामले में मिशन अस्पताल के संचालक डॉ. अजय लाल और उनकी प्रबंध समिति के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। हाल ही में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, जबकि आठ अन्य फरार हैं, जिन पर दमोह एसपी ने तीन-तीन हजार रुपए का इनाम घोषित किया है।
