तीन जिलों में चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले दो शातिर चोर गिरफ्तार, 15 लाख रुपये का माल बरामद
सागर/केसली। सागर जिले के केसली थाना क्षेत्र में दिनदहाड़े हुई बड़ी चोरी की घटना का खुलासा करते हुए पुलिस ने दो अंतरजिला शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने नरसिंहपुर, रायसेन और सागर जिलों में कई चोरी की वारदातों को अंजाम दिया था। पुलिस ने उनके कब्जे से करीब 15 लाख रुपये मूल्य का मशरूका बरामद किया है।
पुलिस के अनुसार, 18 मई 2025 को केसली निवासी सुदामा प्रसाद उपाध्याय (उम्र 69 वर्ष) ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वह सुबह 10 बजे अपने परिवार सहित सागर गया था। शाम 5 बजे जब वह लौटे तो देखा कि घर का ताला टूटा हुआ था और घर के अंदर का सामान बिखरा पड़ा था। अलमारी से सोने-चांदी के जेवरात और 1.25 लाख रुपये नकद चोरी हो गए थे। कुल चोरी गए सामान की कीमत करीब 19 लाख रुपये आंकी गई थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक सागर विकास कुमार शाहवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लोकेश कुमार सिन्हा, एवं एसडीओपी देवरी शशिकांत सरयाम के मार्गदर्शन में एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम ने तकनीकी साक्ष्यों और संदिग्धों की पहचान के आधार पर विदिशा जिले के जतरापुरा मोहल्ला निवासी दो युवकों —
1. जिमी पिता बबलू आदिवासी (पारदी), उम्र 19 वर्ष
2. आरेस पिता रमतीलाल आदिवासी (पारदी), उम्र 20 वर्ष
को हिरासत में लेकर केसली थाने लाया।
पूछताछ में दोनों आरोपियों ने चोरी की घटना को स्वीकार किया। जिमी आदिवासी से 6 लाख 19 हजार 666 रुपये का माल और आरेस आदिवासी से 8 लाख 80 हजार 334 रुपये का मशरूका, जिसमें सोने-चांदी के जेवर और नकदी शामिल हैं, बरामद किए गए। पुलिस ने कुल 15 लाख रुपये का मशरूका बरामद करने में सफलता पाई है।
चोरी की शेष सामग्री की बरामदगी के लिए आरोपियों से पूछताछ जारी है। दोनों को न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी केसली निरीक्षक हरिराम मानकर, सउनि श्रीधर अहिरवार, प्रधान आरक्षक सेवकराम तिवारी, आरक्षक राकेन्द्र, नीलेश इरपाचे, कार्तिकेय, बलराम, और सागर से प्रधान आरक्षक सौरभ एवं आरक्षक हेमेन्द्र की महत्वपूर्ण भूमिका रही।