गोपालगंज में सांई कृपा परिसर से निकाली गई विशाल कलश यात्रा
सागर। गोपालगंज स्थित श्री सांई कृपा परिसर में साथ दिवसीय भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। प्रथम दिवस कथा के पहले गाजे बाजे के साथ विशाल संख्या में कलश यात्रा सांई कृपा परिसर से वृन्दावन बाग मंदिर पहुंची। कलश यात्रा के आगे गजानन एवं 16 बालिकाओं का अखाड़ा दल कलश यात्रा की शोभा बड़ा रहा था । अखाड़े के पीछे विशाल संख्या में पीले वस्त्रों में माताएँ बहने कलश को सजाकर अपने सिर पर धारण किये थे । यह शोभायात्रा विभिन्न मार्गों से निकलकर पुनः श्री सांई परिसर पहुँची जहाँ कथा वाचक डॉ. श्री दिनेशाचार्य ने प्रथम दिवस कथा का वाचन किया ।
भागवत श्रमण मनुष्य के लिये महाऔषधि
कथा व्यास डॉ. श्री दिनेशाचार्य महाराज ने कहा संसार के तपे हुए जीव मनुष्य के लिये एक मात्र शीतल महाऔषधि भागवत है । जिसकी छाया में अपने समस्त तापों को मिटाकर प्राणी निर्भय और प्रेमयुक्त हो जाता है ।
उन्होंने बाताया श्रीमद भागवत के प्रारंभ में पुराण महिमा को श्री वेद व्यास जी ने लिखा है जिसमें पहला शब्द सच्चानंद रखा है जो कि भगवान और जीवात्मा के मिलन का एकता का सूचक है।
पहले छह अध्यायों में भक्ति, ज्ञान, वैराग्य की स्थिति बतलाते हुए आचार्य दिनेशाचार्य जी महाराज ने प्रसंग सुनााया कि भक्ति की उपेक्षा करने से ज्ञान वैराग्य भी सुस्त हो जाते हैं । भक्ति ही मनुष्य का सरल रूप है ।
भागवत कथा के मुख्य यजमान डॉ. रूपाली एवं राजेश सैनी ने बताया कि इस भागवत कथा का वाचन काशी बनारस के विख्यात पंडित डॉ. श्री दिनेशाचार्य महाराज जी द्वारा किया जा रहा है । आज की विशाल कलश यात्रा को देखते हुए कथा स्थल पर अतिरिक्त पंडाल की व्यवस्था की जा रही है उन्होंने कथा में अधिक से अधिक संख्या में पहुँचकर श्रवण करने की अपील भक्तजनों से की है ।
प्रथत दिवस कथा में पार्षद अनूप उर्मिल, रमेश सैनी, दिनेश सैनी, रामकिशन सैनी, डॉ. आर.के.गर्ग, प्रमिला मौर्य, उमाशंकर, विनोद, किशन अग्रवाल, डॉ. ओ.पी.शिल्पी अनेक भक्तजनों ने सम्मलित होकर कथा का श्रवण किया।