नगर निगम अधिकारी पर ईओडब्ल्यू की बड़ी कार्रवाई, करोड़ों की संपत्ति का खुलासा
इंदौर। नगर निगम इंदौर के सहायक राजस्व अधिकारी राजेश पिता सत्यनारायण परमार पर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) ने बड़ी कार्रवाई की है। उन पर भ्रष्टाचार से करोड़ों रुपये की असमानुपातिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। हाल ही में नगर निगम आयुक्त ने उन्हें अनियमितताओं के आरोप में निलंबित किया था।
राजेश परमार के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज
EOW ने राजेश परमार के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 (सी), 13 (1) बी, 13 (2) के तहत मामला दर्ज किया है। आरोप है कि वे मूल रूप से नगर निगम में बेलदार पद से भर्ती हुए थे, लेकिन शासकीय सेवा के दौरान उन्होंने स्वयं और परिजनों के नाम पर कई संपत्तियां खरीदीं।
EOW की टीमों ने मारा छापा
आज 28 फरवरी 2025 को EOW इंदौर की टीमों ने राजेश परमार के बिजलपुर स्थित आवास और परिजनों के कनाडिया स्थित आवास पर सर्च ऑपरेशन चलाया। दोनों जगह एक साथ सुबह छापेमारी की गई।
अब तक की जब्ती और संपत्ति का खुलासा
अब तक की जांच में दस्तावेजों और संपत्तियों का जो विवरण मिला है, वह इस प्रकार है –
- बिजलपुर, इंदौर में दो मंजिला मकान (2600 वर्गफीट निर्मित एरिया)
- संचार नगर में फ्लैट
- संपत ग्रीन में 1600 वर्गफीट का भूखंड
- श्रीजी वैली में फ्लैट
- पिपलियाहाना की विकसित कॉलोनी उदयनगर में भूखंड
- खुशबू विला में फ्लैट
- सैटेलाइट वैली, इंदौर में फ्लैट
इसके अलावा दस्तावेज, आभूषण, बैंक खाते और नगद राशि से संबंधित तलाशी जारी है। अभी और संपत्ति सामने आने की संभावना है।
EOW के अधिकारी कर रहे निगरानी
इस कार्रवाई का नेतृत्व EOW इंदौर की उप पुलिस अधीक्षक मधुर वीणा गौड, उप पुलिस अधीक्षक नंदिनी शर्मा, पवन सिंघल, आमोद सिंह राठौर, निरीक्षक कैलाशचन्द्र पाटीदार, योगेन्द्र सिंह सिसोदिया, राजेश साहू, मनीषा शर्मा एवं संजय मिश्रा कर रहे हैं।
फिलहाल बैंक खाते, लॉकर और आभूषणों की जानकारी जुटाई जा रही है, जिसके मूल्यांकन के बाद कुल संपत्ति का सही आंकलन किया जाएगा। EOW की जांच जारी है और आने वाले दिनों में और खुलासे हो सकते हैं।