इंदौर: पीआरटीएस इंस्पेक्टर की पत्थरों से कुचलकर हत्या, खजराना बायपास पर मिला शव
इंदौर। खजराना बायपास इलाके में तीन दिन पहले मिले खून से लथपथ शव की पहचान पुलिस रेडियो ट्रेनिंग स्कूल (पीआरटीएस) के इंस्पेक्टर प्रभात नारायण चतुर्वेदी (42) के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, उन्हें पत्थरों से कुचलकर बेरहमी से मारने के बाद शव को बायपास पर एक गार्डन के पास फेंक दिया गया।
गुमशुदगी से शव की पहचान तक
डीसीपी अभिनय विश्वकर्मा ने बताया कि 24 जनवरी की सुबह खजराना क्षेत्र में एक अज्ञात शव बरामद किया गया था। शव के पास से कोई पहचान पत्र नहीं मिला, जिससे उनकी पहचान करना मुश्किल हो गया। पुलिस ने अज्ञात शव का मामला दर्ज कर शिनाख्त के प्रयास शुरू किए। सोमवार को इंस्पेक्टर चतुर्वेदी के परिजन विजय नगर थाने में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे। इसके बाद पुलिस ने उन्हें लावारिस शव के बारे में जानकारी दी। परिजनों ने शव की पहचान प्रभात नारायण चतुर्वेदी के रूप में की।
22 जनवरी से थे लापता
पीआरटीएस के अधिकारियों ने बताया कि इंस्पेक्टर चतुर्वेदी 22 जनवरी को ड्यूटी पर आए थे, लेकिन उसी दिन से लापता थे। इससे पहले भी वे बीमारी और अन्य कारणों से कई बार ड्यूटी से गैरहाजिर रहे थे। परिजनों ने पुलिस को बताया कि वे घर से करीब 50 हजार रुपए लेकर निकले थे।
हत्या की वजह पर सस्पेंस
प्रारंभिक जांच में पुलिस को कोई स्पष्ट सुराग नहीं मिला है। पुलिस हत्या के कारणों का पता लगाने के लिए सभी एंगल से जांच कर रही है। क्या यह व्यक्तिगत रंजिश थी, या किसी अन्य कारण से उनकी हत्या की गई, इसका खुलासा होना बाकी है।
पुलिस ने आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगालने और घटना से जुड़े संभावित गवाहों की तलाश शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही हत्या के पीछे के कारण और आरोपियों का पता लगाया जाएगा।
परिजनों में शोक
इंस्पेक्टर चतुर्वेदी की इस दर्दनाक हत्या से उनके परिजन सदमे में हैं। परिजनों ने न्याय की गुहार लगाई है और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है।