डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग में पहला पूर्व छात्र मिलन समारोह आयोजित
सागर : डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर के भौतिकी विभाग में पहला पूर्व छात्र मिलन समारोह बड़े उत्साह और उमंग के साथ आयोजित किया गया। यह आयोजन विभाग के पूर्व छात्रों, वर्तमान विद्यार्थियों और शिक्षकों को एक मंच पर लाने का एक प्रयास था, जिसका उद्देश्य पुराने संबंधों को पुनर्जीवित करना और विभाग की प्रगति में पूर्व छात्रों की भागीदारी सुनिश्चित करना था।
कार्यक्रम की शुरुआत और स्वागत:
कार्यक्रम की शुरुआत पंजीकरण प्रक्रिया और अनौपचारिक परिचय से हुई। इसके बाद मां सरस्वती और विश्वविद्यालय के संस्थापक डॉ. हरिसिंह गौर को पुष्पांजलि अर्पित की गई। विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना और स्वागत गीत ने कार्यक्रम में उत्साह और उल्लास का वातावरण निर्मित किया।
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति:
समारोह में कई प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों और गणमान्य अतिथियों ने भाग लिया। इनमें शामिल थे:
प्रो. एन.पी. दीक्षित, पूर्व कुलपति, हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग। देवेंद्र सिंह, पूर्व विधायक, यू.पी.-एम.पी. सीमा क्षेत्र, मेहरौनी।
भारत भार्गव, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अभियंता।
इन सभी अतिथियों ने अपने-अपने अनुभव साझा किए और विभाग के विकास में अपने सुझाव एवं योगदान का आश्वासन दिया।
विभागाध्यक्ष और कुलपति का संबोधन:
विभागाध्यक्ष, प्रो. आशीष वर्मा ने अपने स्वागत भाषण में विभाग की उपलब्धियों और प्रगति का उल्लेख करते हुए पूर्व छात्रों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने इस आयोजन को विभाग और पूर्व छात्रों के बीच एक सेतु के रूप में परिभाषित किया।
कुलपति, प्रो. नीलिमा गुप्ता ने अपने प्रेरणादायक भाषण में पूर्व छात्रों की उपलब्धियों को सराहा और उनके योगदान को विश्वविद्यालय के विकास के लिए अहम बताया। उन्होंने कहा कि पूर्व छात्रों की भागीदारी से विभाग को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया जा सकता है।
पूर्व छात्रों ने साझा की अपनी यात्रा:
पूर्व छात्रों ने अपनी शैक्षणिक और पेशेवर यात्राओं को साझा करते हुए विभाग के साथ अपने जुड़ाव को याद किया। उन्होंने वर्तमान विद्यार्थियों को अपने अनुभवों से प्रेरणा लेने का संदेश दिया और विभाग के विकास में सक्रिय भूमिका निभाने का वादा किया।
सम्मान और समापन:
गणमान्य अतिथियों का सम्मान विभाग की ओर से किया गया। इसके बाद धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
भविष्य के लिए दृष्टिकोण:
यह आयोजन न केवल पूर्व छात्रों और विभाग के बीच संबंधों को प्रगाढ़ करने का माध्यम बना, बल्कि एक प्रेरणादायक पहल साबित हुई। इसने वर्तमान विद्यार्थियों को अपने भविष्य के लिए मार्गदर्शन और प्रेरणा दी और विभाग की प्रगति के लिए पूर्व छात्रों की सहभागिता का मार्ग प्रशस्त किया।
इस कार्यक्रम की एंकरिंग शोध छात्रा ऋतु आर्या ने की, भौतिकी विभाग के इस आयोजन ने विश्वविद्यालय की गौरवशाली परंपरा को और मजबूती प्रदान की है और इसे एक यादगार क्षण के रूप में चिह्नित किया गया।
इस अवसर पर सन् 1970 से 2023 तक के छात्र छात्राएं एवं शोधार्थी उपस्थित रहे । श्री अशोक कुमार सिंह, श्री प्रदीप हजारी, डॉ. एम एन बापट, डॉ. रमाशंकर वर्मा, मुरलीधर डेहरबार, नरेंद्र सिंघाई, डॉ उमाकांत मिश्रा, डॉ. एल एल दुबे, डॉ. चित्रा लाल, बिडवई, प्रीताशु विश्वास, प्रो. रणवीर कुमार, डॉ. संध्या पटेल, डॉ. रेखा गर्ग सोलंकी, डॉ. प्रशांत शुक्ला, डॉ. महेश्वर पांडा, डॉ. शिशिर जैन, डॉ. प्रवीण कुमार लिटोरिया, प्रिंस सेन, आदि 120 से अधिक पुराछात्र – छात्राएं एवं शोधार्थी उपस्थित रहे ।