रिहायशी इलाकों में गैर रिफलिंग का कार्य, एक के बाद एक चार धमाके हुए
सागर। उपनगरीय क्षेत्र मकरोनिया के वार्ड नंबर 6 के सद्भावना नगर में शुक्रवार को 3 मंजिला मकान में आग लग गई एक के बाद एक 4 धमाके हुए। जिससे बाजू वाले घर की दीवार में बड़ा छेद हो गया। गनीमत रही कि विस्फोट के पहले दूसरी मंजिल पर मौजूद मकान मालिक दो बच्चे सीढ़ी के सहारे खिड़की से उतरकर बाहर आ गए थे। उनके हाथ-पैर में चोट आई है। तीन धमाके फ्रिज-एसी में गैस भरने वाले छोटे सिलेंडरों के फटने के थे।
4 दमकल के पानी से 3 घण्टे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका वहीं सागर नगर निगम की दमकल मौके पर पहले पहुँच गयी मकरोनिया की दमकल बाद में आई। आग व विस्फोट की सूचना पर तहसीलदार प्रवीण पाटीदार, मकरोनिया सीएसपी नीलम चौधरी, मकरोनिया थाना प्रभारी रावेंद्र चौहान व पुलिस टीम मौके पर पहुंची। दीवार तोड़कर आग बुझानी पड़ी। विस्फोट से पड़ोसी पीडी मिश्रा की दीवार का बड़ा हिस्सा ढह गया।
धुंआ धुंआ हुआ आस पास के लोग घरों से भागे
रिफिलिंग सेंटर संचालक दीपक जैन की पत्नी व दोनों बच्चे पहली मंजिल पर थे। नीचे से धुंआ ऊपर कमरे में भरा तो उनका दम घुटने लगा। घबराकर खिड़की की तरफ आए। साड़ी के सहारे पत्नी व दोनों बच्चों को उतारा गया। इस दौरान पत्नी के पैर में चोट आई है। बच्चों को भी हाथ-पैर में मामूली चोट है। यदि उनके बाहर आने में थोड़ी ही देर होती तो शक्तिशाली विस्फोट से और बड़ी अनहोनी हो सकती थी। आग से फ्रिज, एसी व गृहस्थी का सामान जल गया है। मिली जानकारी के अनुसार जिस मकान में हादसा हुआ वहां अवैध तरह से गैस रिफिलिंग का काम चल रहा था।
अनेक जगह चल रहे अवैध रिफलिंग सेंटर
शहर समेत उपनगरीय क्षेत्र में अनेक जगह अवैध तरीके से रिफलिंग सेंटर चल रहे हैं, सूत्र बताते हैं खाद्य विभाग की इस बारे में जानकारी है जहाँ से यह रेगुलर चौथ बसूलते है और कार्यवाई नही होती, बहरहाल रिहायशी इलाकों में जिलाधीश को अन्य टीम बना कर इस बात की छानबीन कराने की आवश्यकता हैं।