निगमायुक्त ने पंडापुरा पहुंचकर कुएं की वास्तविकता को जाना और संबंधित अधिकारियों को दिए आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश
सागर। बताया जा रहा कुछ और, जबकि वास्तविकता में कुछ और है , लेकिन जब स्थल पर सत्यता जानने नगर निगम आयुक्त राजकुमार खत्री पहुंचे तो पूरा मामला कही गई बातों से बिल्कुल विपरीत निकला।
दरअसल रविवार को निगम आयुक्त इंजीनियरों के साथ बाघराज वार्ड के पंडापुरा मोहल्ले में सडक पर बने कुंआ की शिकायत को देखने स्थल पर पहुंचे तो पाया कि वह शासकीय भूमि पर बना कुंआ नहीं बल्कि निजी स्वामित्व का कुआं है और निजी स्वामित्व को लेकर उस कुएं के ऊपर तार लगाकर दो भागों में विभक्त कर लिया है ,इस भूमि के आसपास अवैध कालोनी विकसित की जा रही है और यहां बनी कच्ची रोड के बीच में यह कुआं आ रहा है , इसलिए इस कुएं को बंद करवाना लोगों का मकसद है
जबकि नगर तथा ग्राम निवेश विभाग द्वारा यह भूमि ग्रीन बेल्ट के खसरे में है इसके बावजूद यहां छोटे-छोटे प्लाट काटकर कॉलोनी विकसित की जा रही है और यह भूमि निजी स्वामित्व की है और निजी स्वामित्व की भूमि पर कुआं होने के कारण इस कुएं के रखरखाव की जिम्मेदारी नगर निगम की न होकर जिस व्यक्ति के स्वामित्व की भूमि में यह कुआं बना है उसकी बनती है और यहां पर जो भी कॉलोनी विकसित की गई है वह अवैध कॉलोनी है, जिसको देखते हुए नगर निगम आयुक्त राजकुमार खत्री ने शिकायत की जांच कर संबंधितों के खिलाफ नियम अनुसार आवश्यक कार्रवाई करने के संबंधित इंजीनियर को मौके पर निर्देश दिए ।
चैनल एडिटर गजेंद्र ठाकुर- 9302303212


