विशेष आलेख: विधानसभा चुनाव -2023 के संदर्भ में सी विजिल एप क्या है- प्रलय श्रीवास्तव
सागर। भारतीय निर्वाचन प्रणाली में आदर्श आचरण उल्लंघन की शिकायत करने और उन्हें ट्रैक करने की कार्य पद्धति अत्यंत धीमी या यूं कहें उसके लिए द्रुत सूचना चैनल की कमी थी। आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट में देरी के परिणामस्वरूप निर्वाचन अमला अक्सर अपराधियों का पता लगा नहीं पाता था। इसके अलावा घटना से संबंधित चित्र, वीडियो में छेड़छाड़ रहित साक्ष्य की कमी शिकायत की सत्यता स्थापित करने में बड़ी बाधा भी थी। तत्कालीन मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री ओ. पी. रावत ने भी अपने अनुभव और विश्लेषण में यह पाया कि बहुत बड़ी संख्या में झूठी अथवा गलत सूचनाएं दी जाती थी, जिसके कारण फील्ड इकाईयों का बहुमूल्य समय व्यर्थ नष्ट होता था। इसके अलावा त्वरित प्रणाली की कमी होने से उल्लंघनकर्ताओं को पकड़ने में भी निर्वाचन अमले की क्षमता बाधित होती थी
आयोग द्वारा शुरू किए गए ’सी- विजिल’ एप से न सिर्फ इन सभी कमियों को दूर किया गया बल्कि फास्ट ट्रेक कंप्लेंट ’दूर रिसेप्शन और निवारण प्रणाली भी बन सकी। वास्तव में ’सी विजिल’ एप नागरिकों के लिए निर्वाचन के दौरान आदर्श आचरण संहिता और व्यय संबंधी उल्लंघनों की रिपोर्ट के लिए नवाचार मोबाइल एप्लीकेशन है। ’सी विजिल’ का अर्थ ही जागरूक नागरिक है, जो स्वतंत्र और निष्पक्ष निर्वाचन के संचालन में नागरिकों द्वारा निभाई जा सकने वाली सक्रिय और जिम्मेदार भूमिका पर जोर देती है। इसका उपयोग विधानसभा एवं संसदीय निर्वाचन की अधिसूचना की तिथि से आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघनो की रिपोर्टिंग के लिए किया जा सकता है। इस एप की विशेषता है कि यह केवल लाइव फोटो, वीडियो और एप के भीतर से ऑटो लोकेशन ही कैप्चर करता है, ताकि फ्लाइंग स्क्वायड को समयबद्ध तरीके से कार्य करने के लिए डिजिटल साक्ष्य मिलना सुनिश्चित हो सके।सी विजिल’ एप को ऐसे किसी एंड्राइड स्मार्ट मोबाइल में इंस्टॉल किया जा सकता है, जिसमें अच्छा कैमरा, इंटरनेट कनेक्शन और जीपीएस एक्सेस हो। नागरिक या मतदाता इस एप्लीकेशन का उपयोग करके राजनीतिक कदाचार की घटनाओं को देखते ही तत्काल कुछ समय में ही इसकी रिपोर्ट कर सकते है। इसके लिए उन्हें रिटर्निंग ऑफिसर के कार्यालय में भी नहीं जाना पड़ता। ’सी विजिल’ एप जागरूक नागरिकों को जिला नियंत्रण कक्ष, रिटर्निंग ऑफिसर और फील्ड यूनिट, फ्लाइंग स्क्वाड, स्थैतिक निगरानी दल के साथ जोड़ता है, जिससे तीव्र और सटीक रिपोर्टिंग की कार्रवाई एवं निगरानी प्रणाणी का निर्माण होता है।
कैसे करें शिकायत
शिकायत दर्ज करने से पहले आदर्श आचरण संहिता का उल्लंघन करने वाली गतिविधि की केवल एक तस्वीर या 2 मिनट का वीडियो बनाएं और संक्षिप्त में उसका वर्णन दें। शिकायत के साथ पिक्चर की जीआईएस द्वारा जानकारी संबंधित जिला नियंत्रण कक्ष को भेज दी जाती है। इससे फ्लाइंग स्क्वायड को कुछ ही मिनटों में घटनास्थल पर भेज दिया जाता। इस एप में दुरुपयोग को रोकने के लिए इस मोबाइल एप में अंतर्निहित विशेषताएं भी है, जैसे ’सी विजिल’ एप्लीकेशन केवल उन राज्यों की भौगोलिक सीमा के भीतर उपयोग की जा सकेगी, जहां निर्वाचन आयोजित किए जा रहे हैं। ’सी विजिल’ प्रयोक्ता को फोटो या वीडियो क्लिक करने के बाद किसी भी घटना की रिपोर्ट करने के लिए 5 मिनट का समय मिलेगा। एप पहले से रिकॉर्ड की गई छवियों / वीडियो को अपलोड नहीं करने देगा। न ही फोटो, वीडियो को सीधे फोन गैलरी में एप से क्लिक की गई फोटो, वीडियो को सेव करने देगा।’सी-विजिल’ एप्लीकेशन का उपयोग केवल आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन से संबंधित मामलों को दर्ज करने के लिए ही किया जा सकेगा। यदि शिकायतें आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन से संबंधित नहीं पाई जाती तो जिला शिकायत नियंत्रक (डीसीसी) किसी अग्रिम कार्रवाई के बिना ’सी विजिल’ शिकायत को छोड़ सकता है। इसलिए नागरिकों को शिकायतों को दर्ज करने के लिए चुनाव आयोग की वेबसाइट का उपयोग करने या 1800111950 पर राष्ट्रीय संपर्क केंद्र (नेशनल कॉन्टेक्ट सेंटर) या राज्य में 1950 टोल फ्री नंबर पर कॉल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।