ईसाई धर्म गुरु ने पेड़ से लटक कर फांसी लगा ली सुसाइड नोट में लिखा मेरा अंतिम संस्कार हिन्दू रीतिरिवाज से हो
सागर। कैन्ट थाना अंतर्गत स्थित बिशप हाऊस में मासिक प्रार्थना के लिए गढ़ाकोटा से आए एक फादर ( ईसाई धर्म गुरु) ने गुरुवार को अज्ञात कारणों के चलते दोपहर करीब 3:30 पर फांसी लगा ली। फादर का अनिल फ्रांसिस उम्र 40 वर्ष बताया गया हैं उनका शव तोपखाना ग्यागंज रोड पर पेड़ से लटका मिला।
घटना की जानकारी लगते ही कैंट थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुँची, मृतक के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि मेरा शव मेरे पिता के सुपुर्द कर दिया जाए और मेरा हिंदु-रीति रिवाज के अनुसार दाह-संस्कार किया जाए। मिली जानकारी के अनुसार अनिल ने युवावस्था के शुरुआती दौर में ही ईसाई धर्म अपना लिया था। जिसके बाद उन्हें ईसाई धार्मिक शिक्षा-दीक्षा देकर फादर की पदवी दी गई। वे करीब डेढ़ साल पहले रायसेन के उदयपुरा में धार्मिक पद पर थे इसके बाद उनका ट्रांसफर गढ़ाकोटा कर दिया गया, सूत्र बताते हैं कि गढ़ाकोटा के स्कूल में कार्यरत एक महिला से उनका कोई विवाद हुआ था माना जा रहा है कि इन्हीं कुछ समस्याओं के चलते उन्होंने फांसी लगा ली। चर्चाओं के अनिल फ्रांसिस के परिवार के बाकी लोगों ने क्रिश्चियन धर्म नहीं अपनाया था। उसके पिता उमेश अहिरवार समेत अन्य परिवार के लोग रतौना के पास एक गांव में रहते हैं। पुलिस ने का पंचनामा बना कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है मामला संजीदगी से जांच में लेना बताया गया हैं।
कैंट थाना प्रभारी मनीष त्रिपाठी ने बताया कि बिशप हाउस में मीटिंग के समय शामिल मिशनरी संस्थान के पदाधिकारियों से बयान दर्ज किए जा रहे हैं। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई करेंगे। वहीं आत्महत्या की सूचना परिजनों को भी दी गई है। आज शुक्रवार को शव का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा