पत्नी के न बोलने से नाराज पति ने उठाया यह कदम
भोपाल। अक्सर पतियों की शिकायत होती है कि उनकी पत्नी खूब बोलती रहती हैं और उनके ज्यादा बोलने से परेशान रहते हैं, लेकिन भोपाल के कुटुंब न्यायालय में ऐसा मामला पहुंचा है, जिसमें पत्नी के ना बोलने से पति, खुद को प्रताड़ित महसूस करता है। मामले में नाराज पति ने तलाक के लिए केस लगाया है। काउंसलिंग के दौरान भी पत्नी पूरे समय चुप ही रही। पति का कहना है कि पत्नी के इस व्यवहार के चलते वह तीन सालों में परेशान हो गया है और बेटी की कस्टडी लेकर पत्नी को तलाक देना चाहता है। एक निजी कंपनी में उच्च पद पर है, जबकि पत्नी गृहणी है। दोनों की दो साल की एक बेटी भी है। पति ने बताया कि शादी के बाद से ही पत्नी एकदम चुप रहती थी। उनकी शादी एक परिचित के माध्यम से हुई थी। शादी के वक्त केवल दो बार मुलाकात हुई। उस दौरान भी पत्नी ने न तो ज्यादा बातचीत की और न ही कोई सवाल पूछे, लेकिन उसे लगा कि पत्नी शर्मीली है। अब शादी के बाद भी पत्नी का वहीं रवैया है जो बर्दाश्त नहीं होता। पति ने बताया कि कई बार वह पत्नी को गुस्सा दिलाने जानबूझकर ऐसे काम करता है कि पत्नी उसे रोके या उससे झगड़ा करे, लेकिन पत्नी उसे पूरी तरह नजर अंदाज कर देती है, जैसे वह अजनबी हो। पति ने कहा कि उसे विश्वास नहीं होता कि एक साथ रहते हुए कोई इतना शांत कैसे रह सकता है। ऐसे में उसे शंका होती है कि कहीं यह शादी पत्नी की मर्जी के खिलाफ तो नहीं या फिर कोई ओर ऐसी बात है जो पत्नी उससे छिपाए हुए है।हालांकि मामले में काउंसलिंग जारी है।
पत्नी बोली- पति के गुस्सैल व्यवहार से डर लगता है, ज्यादा बोलने पर गले में दर्द
काउंसलिंग के दौरान पत्नी ने काउंसलर से कहा कि यदि वह ज्यादा बोलती है तो उसके गले में दर्द महसूस होने लगता है, लेकिन पति समझते ही नहीं कि उसे कम बोलना ही पसंद है। इस दौरान पत्नी का कहना है कि पति बेहद उग्र स्वभाव के हैं, जरा-जरा बात पर गुस्सा करते हैं, इसलिए वह शांत रहना पसंद करती है।
पति ने इसलिये एक साल की बच्ची को मारा था चांटा
पत्नी ने बताया कि वह बीते एक साल से मायके में रह रही है। इसका कारण यह है कि पति ने उससे झगड़ा करने के चक्कर में एक साल की बच्ची को जोर से चांटा मार दिया था। इसके बाद उसने पति से कोई तर्क-कुतर्क नहीं किया और बेटी के साथ मायके आ गई।
अब पति का यह भी कहना है
मामले में पति ने माना कि उसने जानबूझकर बेटी को मारा था ताकि पत्नी कुछ बोले, लेकिन उसने नहीं सोचा था कि पत्नी बेटी को लेकर चली जाएगी। मामले में पति का कहना है कि वह दिल से तलाक नहीं चाहता। यदि पत्नी अपने में बदलाव लाती है तो वह साथ ही रहना चाहता है।