श्री हनुमान लोक’ का पहला चरण, छिंदवाड़ा में 18 महीने में तैयार हो जाएगा ‘ CM शिवराज ने रखी है आधारशिला
छिंदवाड़ा। सौंसर स्थित विश्व प्रसिद्ध जाम सांवली हनुमान मंदिर में अब हनुमान लोक नजर आएगा। मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड 314 करोड़ की लागत से करीब 30 एकड़ में इसका निर्माण करवा रहा है। विधानसभा चुनाव से पहले इसे भाजपा का मास्टर स्ट्रोक बताया जा रहा है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बीते गुरुवार को हनुमान लोक की आधारशिला रखी। 18 महीनों के भीतर पहले चरण का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग के कार्यपालन यंत्री राजीव श्रीवास्तव ने बताया कि श्री हनुमान लोक के निर्माण की जिम्मेदारी एमके इंजीनियरिंग, भोपाल को दी है। उज्जैन के महाकाल लोक की तर्ज पर 6 फेज में हनुमान लोक कारिडोर का काम होगा। पहले चरण में 35 करोड़ की लागत से एंट्रेंस प्लाजा से हनुमान लोक तक का काम किया जाएगा। पहले फेज में ही दो बड़े कारिडोर का निर्माण होगा। इसमें हनुमान जी के बाल रूप का चित्रण होगा। किष्किंधा से लेकर सूर्यदेव से जुड़ी कहानियों तक को यहां हाईटेक तकनीकी से दर्शाया जाएगा। हनुमान लोक कारिडोर में 9 फाइबर की मूर्तियां लगाई जाएंगी। इसके अलावा भक्तों की संख्या को देखते हुए पार्किंग स्थल का भी विस्तार किया जाएगा। त्योहारी सीजन में लाखों भक्तों की यहां आवाजाही रहती है, इस कारण करीब डेढ़ लाख स्क्वायर फीट में पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। छिंदवाड़ा जिले के सौंसर में जाम सांवली हनुमान मंदिर के कारण प्रदेश ही नहीं महाराष्ट्र समेत पड़ोसी राज्यों के श्रद्धालु भी यहां आते हैं, हनुमान लोक बनने के बाद जाम सांवली मंदिर में भक्तों की संख्या बढ़ेगी। इससे इस क्षेत्र को धार्मिक पर्यटन हब के रूप पहचान मिलेगी। ऐसे में यहां पर रेस्टोरेंट समेत अन्य कई प्रकार की सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी। एक किमी दूर जाम नदी पर बनेगा घाट
हनुमान लोक के दूसरे फेज में मंदिर से एक किमी दूर स्थित जाम नदी पर एक घाट का निर्माण होगा। घाट पर चेंजिंग रूम भी विकसित होगा। जाम सांवली हनुमान मंदिर का पिछले लगभग 3 वर्षों से निर्माण कार्य बंद था। संभावना जताई जा रही है कि मंदिर का निर्माण कार्य का प्रपोजल धर्मस्व विभाग को भेजा जा चुका है। अब मंदिर का निर्माण कार्य धर्मस्व विभाग करेगा। प्रतिमा से निकलता है जल
जाम सांवली हनुमान मंदिर की प्रतिमा से प्रतिदिन एक से दो लोटा पवित्र जल निकलता है। अल्प मात्रा में निकलने वाले इस चमत्कारिक जल को साधारण जल में मिलाया जाता है। इस जल को भक्तों को प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इसका पान करने से मानसिक व्याधि वाले लोगों को परेशानी से मुक्ति मिलती है। इस जल को लोग घर भी ले जाते हैं। घरों में रखा हुआ यह पवित्र जल कभी खराब नहीं होता है।