“विश्व पर्यावरण दिवस” पर “अंकुर कार्यक्रम” अंतर्गत ग्राम मझगुंआ में नवनिर्मित नक्षत्र वाटिका उद्यान में किया गया वृक्षारोपण
लगाये गये पौधों को अपने बच्चों की तरह देखरेख कर बड़ा करें आने वाली पीढ़ियों को मिलेगा लाभ : कलेक्टर सागर
हमारी संस्कृति में वृक्षों, वनो, नदियों को पूजा जाता है वृक्षों की पूजा के साथ सुरक्षा भी करें : विधायक श्री लारिया
सागर ।विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून के उपलक्ष्य में सागर के ग्राम मझगुंआ में आंगनबाडी केंद्र-91 प्रांगण में बनाये गये नक्षत्र वाटिका उद्यान में माननीय नरयावली विधायक श्री प्रदीप लारिया, जिला कलेक्टर श्री दीपक सिंह, जिला पंचायत सीईओ श्री इच्छित गढ़पाले ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारीयों के साथ वृक्षारोपण किया व माननीय मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन श्री शिवराज सिंह चौहान जी के प्रदेश स्तरीय महत्वाकांक्षी “अंकुर कार्यक्रम” अंतर्गत पौधारोपण करने हेतु लोगों को अधिक से अधिक संख्या में इस महत्वपूर्ण प्राणवायु प्रदाता अभियान कार्यक्रम में कम से कम 1 पौधा रोपण कर सहभागी बनने हेतु प्रोत्साहित किया।
नरयावली विधायक श्री लारिया ने मझगुंआ ग्राम में बनाये गये नक्षत्र वाटिका उद्यान में लगाये जाने वाले राशि अनुसार वृक्षों की जानकारी ली एवं सराहना की। कहा की हमारी संस्कृति में प्रकृति की पूजा की जाती है ऐसी संस्कृति में जिससे हम कुछ भी ग्रहण करते है जैसे पेड़-पौधे, नदियाँ, वन आदि की पूजा करते हैं। इसी प्रकार हमें लगाये गये पेड़ों की पूजा कर सुरक्षा भी करना है। खाद पानी दे कर उनकी देखरेख करना है।
कलेक्टर श्री सिंह ने सम्बोधित करते हुए कहा की विगत दिनों हम सभी ने कोरोना महामारी की भयावह स्थिति में उतपन्न हुई ऑक्सीजन प्राणवायु की समस्या को देखा है और जीवन के लिए ऑक्सीजन के साथ वृक्षों के महत्त्व को भलीभांति समझा है। लोगों ने वृक्षों को काट कर निर्माण कार्य कराये परन्तु अब इन कमियों को हम वृहद वृक्षारोपण कर दूर करेंगे। माननीय मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन श्री शिवराज सिंह चौहान जी के संकल्प से प्रदेश स्तरीय महत्वाकांक्षी “अंकुर कार्यक्रम” अंतर्गत पौधारोपण कर मध्यप्रदेश के साथ ही अपने जिले, गांव आदि को हराभरा बनाएंगे। मझगुंआ ग्राम में बनाया गया यह नक्षत्र वाटिका उद्यान एक सराहनीय पहल है अन्य ग्राम पंचायतों में भी इस तरह के उद्यान निर्मित कराना चाहिए। एवं लगाये गये पौधों को अपने बच्चों की तरह देखरेख कर बड़ा करें क्योंकि इनका लाभ आने वाली अगली पीढ़ीयों को मिलेगा।