ग्राम स्तर पर जागरूकता के साथ बचाओ के लिए शुरू किये कई प्रयास
सागर –
जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में इस महामारी के प्रकोप को रोकने के लिए महिला स्वयं सहायता समूह की सदस्यों ने सक्रियता से भागीदार बनना शुरू किया है। जिले के सभी 11 विकासखण्डों में आजीविका मिशन के माध्यम से गठित महिला स्वयं सहायता समूह सदस्यों ने अब तक 35000 से अधिक मास्क का निर्माण कर लोगों को बचाने की दिशा में प्रयास शुरू किये हैं। देवरी विकासखण्ड में प्रतिदिन 60 से अधिक पीपीई किट का निर्माण हो रहा है। इसके अतिरिक्त 400 लीटर से अधिक सैनेटाइजर तैयार कर लोगों की सुरक्षा के लिए महिलाओं ने तैयार कर रहीं हैं। जिले की सभी गौ-शालाआंे ने गोकाष्ठ का निर्माण वृहद पैमाने पर शुरू कर दिया है। मोतीनगर स्थित श्मशान घाट में समूहो ंने बरायठा पडरिया केसली सीहोरा से गोबर निर्मित ईंधन की खैपें जारी की हैं। बीना विकासखण्ड के ग्राम कजरई में महिलाओं ने बाहरी व्यक्तियों को ग्राम में प्रवेश करने से रोकने और गांव के लोगों को अकारण बाहर जाने से रोकने के लिए स्थानीय सामग्री का इस्तेमाल करते हुए लक्ष्मी समूह की सियारानी, संतोषी, बड़ीरानी, सुशील देवी और रश्मि ने ग्राम प्रवेश रोको बैरीकेटिंग की हैं। ग्राम हिन्नौद और पीपल खेड़ी में समूह की महिलाओं को प्रीति कुशवाहा, अनीता तिवारी, वर्षा यादव ने हाथ धोने के वैज्ञानिक तरीके का डेमो देकर हैण्ड सैनेटाइजिंग पर ग्रामीणों को प्रशिक्षित किया। ग्राम पीपल खेड़ी और हिन्नौद में समूह से जुड़ी अनीता तिवारी ने कोविड प्रोटोकाॅल के पंच सूत्र जिसमें सामाजिक दूरी का पालन, मास्क का उपयोग, लगातार हाथ धोना, किसी भी प्रकार के लक्ष्य आने पर चिकित्सकीय जांच तथा चिकित्सकों के परामर्श के अनुसार समुचित दवाईयों का सेवन करने पर ग्रामीणों को जागरूक किया है। उन्होंने तुलसी, दालचीनी, अदरक से बनने वाले काढ़ा तैयार कर लोगों को तथा क्वारेंटाइन सेंटर में आईसोलेट किये गये व्यक्तियेां को पिलाया है।
जिले में आज दिनांक तक 325 दर्जन साबुन, 10 से अधिक क्वारेंटाइन सेंटरों का भ्रमण और आज 1324 व्यक्तियों को मास्क उपलब्ध कराये गये। इसके अलावा बण्डा विकासखण्ड के 12, मालथोन के 8 राहतगढ़ के 23, जैसीनगर के 12 कुल मिलाकर 113 ग्रामों में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश को रोका गया है।
डाॅ. इच्छित गढ़पाले, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत, सागर ने बताया कि जिले के सभी ग्रामीण क्षेत्रों में अभियान चलाकर लोगों को टीकाकरण कराये जाने के लिए प्रेरित किया गया है इसके अतिरिक्त लोगों को रोजगार की समस्या का सामना न करना पडे़े इसलिए ग्राम स्तर पर मनरेगा के अनेक कार्य प्रारंभ किये गये हैं। गांव की सुरक्षा ग्रामीणांे की सुरक्षा के लिए हर स्तर पर लोगों को जानकारी और सहायता का प्रयास किया जा रहा है।