जिपं सीईओ के नेतृत्व में चल रहा गांव-गांव जागरूकता अभियान
आजीविका समूह की महिलाओं ने वर्चुअल लिया प्रशिक्षण
सागर –
वर्तमान जहां एक ओर समूचा जिला कोरोना महामारी से जूझ रहा है, वहीं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ इच्छित गढ़पाले के नेतृत्व मंे जागरूकता अभियान संचालित हो रहा है।पंचायत स्तर पर बैंक सखी, सीआरपी, ग्राम संगठन तथा सीएलएफ के पदाधिकारियों को आजीविका मिशन के माध्यम से वर्चुअल प्रशिक्षण दिया गया है। इस प्रशिक्षण में उन्हें कोरोना से बचाव के लिए मास्क का प्रयोग, सामाजिक दूरी का पालन, हाथों को धोना किसी भी प्रकार के संक्रमण के लक्षणों के आने पर तत्काल परिवार के अन्य सदस्येां से दूरी बनाते हुए चिकित्सकीय सलाह लेने की बातें बताईं हैं। मास्टर टेनर्स के प्रशिक्षण के उपरांत इन महिला सदस्येां के द्वारा गांव में आपसी जागरूकता के प्रसार का कार्य किया जा रहा है।
इन महिलाओं ने कोविड-19 से बचने के लिए 45 वर्ष से उपर की आयु की महिलाओं को भी अपना टीकाकरण कराये जाने के लिए अभियान संचालित कर उन्हें जिले के विभिन्न टीकाकरण केन्द्रों तक भेजा इस जागरूकता अभियान में ये प्रशिक्षित महिलायें ग्रामीणों को बता रहीं हैं कि कोरोना टीकाकरण में कोवैक्सीन और कोविशील्ड नामक दो दवाईयों हैं जो केन्द्रों के माध्यम से लोगों को टीकाकरण की जा रही हैं। लोगों के अंदर टीकाकरण को लेकर जो जिज्ञासा, भ्रांतियां या अफवाहों में सुनी गईं बातें हैं वे उनका भी निराकरण कर रहीं हैं।
दीपक सिंह जिला कलेक्टर के अनुसार जिले में कोविड टीकाकरण को बडे़ पैमाने पर संचालित किया जा रहा है ताकि लोगों को इस महामारी से सुरक्षा मिल सके।
डाॅ. इच्छित गढ़पाले ने बताया कि टीकाकरण के इस अभियान को सफल बनाने के लिए ग्रामीण विकास विभाग की पूरी टीम लगी हुई है। ग्राम स्तर पर अधिक से अधिक लोगों को टीकाकरण कराये जाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। महिला समूहों ने एक जुट होकर लोगों की सुरक्षा के लिए बड़े पैमान पर मास्क निर्माण के कार्य को अपने हाथों में लिया है ताकि लोगों को सस्ती दरों पर आसानी से सुरक्षा के लिए मास्क मिल सकें। इतना ही नहीं इन महिलाओं ने गौ-मूत्र आधारित सैनेटाइजर और साबुन निर्माण भी करते हुए लोगों को सैनेटाईज किये जाने के लिए सहयोग किया है।