नेशनल लोक अदालत 1571 प्रकरण निराकरण-लंबे समय से एक दंपति का मामला भी ऐसा सुलझा
मप्र सागर–/नेशनल लोक अदालत में 1571 प्रकरण निराकरण हुए तो वही लंबे समय से एक दंपति का मामला भी अब सुलझा गया साथ ही क्षतिपूर्ति राशि रूपये 51,35,500/- पीड़ित पक्षकारों को दी गई , 8 फरवरी, 2020/ जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सागर के.पी. सिंह के मार्गदर्शन में आज दिनाँक 08/02/2020 को नेशनल लोक अदालत का सफल आयोजन जिला मुख्यालय सागर एवं सभी तहसील न्यायालयों में किया गया। कार्यक्रम का आरंभ करते हुए के.पी. सिंह जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा बताया गया कि लोक अदालत के माध्यम से प्रकरणों के निराकरण में दोनों पक्षों का ही लाभ होता है एक तरफ वादी को न्याय शुल्क की छूट मिलती है तो प्रतिवादी को प्रकरण के व्यय वहन करने से मुक्ति मिलती है और अपील न होने से हमेशा के लिये मामला निराकृत हो जाता है। दोनों पक्षों को लोक अदालत के अंतर्गत शीघ्र न्याय मिल जाता है और नगर निगम व विद्युत विभाग की छूट का लाभ अलग प्राप्त होता है। जिला न्यायाधीश के.पी. सिंह ने पक्षकारों से यह अपील भी की, कि वे अंतः प्रेरणा से सही स्थिति स्वीकार करते हुए राजीनामा के माध्यम से आपसी कटुता समाप्त करें, पुलिस अधीक्षक अमित सांघी के द्वारा अपने संबोधन में लोक अदालत से होने वाले लाभों के बारे में बताया और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव श्रीमती विधि सक्सेना के द्वारा पक्षकारों से अपने प्रकरणों को लोक अदालत के माध्यम से निपटारा कराने की अपील की ।
आज दिनांक 08.02.2020 को आयोजित नेशनल लोक अदालत हेतु संपूर्ण जिले में 45 खण्डपीठों का गठन किया गया, जिसमें न्यायालय में लंबित प्रकरणों में से 331 प्रकरण एवं प्री-लिटिगेशन के 1240 प्रकरण निराकृत किए गए, जिसमें मोटर दुर्घटना के 52 प्रकरणों का निराकरण कर क्षतिपूर्ति राशि रूपये 5135500/- के अवार्ड पारित किए गए, चैक बाउंस के 90 प्रकरण, आपराधिक प्रकृति के 43 प्रकरण, विद्युत के 54 प्रकरण, पारिवारिक विवाद के 38 प्रकरण तथा दीवानी एवं अन्य प्रकृति के 106 प्रकरणों का निराकरण किया गया। जिसमें 5135500/- रूपये की राशि पक्षकारों को क्षतिपूर्ति के रूप में दिलाई गई है। विभिन्न बैंकों के 104 प्रकरण, विद्युत विभाग के 222 प्रकरण, नगर निगम के 681 प्रकरण एवं अन्य 233 प्री-लिटिगेशन प्रकरणों का निराकरण भी इस अवसर पर हुआ जिसमें रूपये 9136771/- का राजस्व प्राप्त हुआ।
नेशनल लोक अदालत के शुभारंभ कार्यक्रम में जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष श्रीमान् के.पी. सिंह, पुलिस अधीक्षक सागर अमित सांघी, अपर कलेक्टर सागर, मूलचंद वर्मा, ए0के0 गर्ग, प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय, डी.के.नागले विशेष न्यायाधीश, मुकेश कुमार ए.डी.जे, रामविलास गुप्ता ए.डी.जे, मनोज कुमार सिंह ए.डी.जे, श्रीमती दीपाली शर्मा ए.डी.जे, पंकज यादव ए.डी.जे, श्रीमती नीतूकांता वर्मा ए.डी.जे, विवेक शर्मा ए.डी.जे, नवनीत कुमार वालिया ए.डी.जे, सुरेश कुमार सूर्यवंशी ए.डी.जे, पंकज कुमार जैन ए.डी.जे., विवेक कुमार पाठक मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, सिराज अली, जिला रजिस्ट्रार सहित समस्त न्यायिक मजिस्ट्रेट, अनुज कुमार चन्सौरिया, जिला विधिक सहायता अधिकारी, जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अंकलेश्वर दुबे, सचिव, बी.के. यादव जिला अधिवक्ता संघ के पदाधिकारीगण एवं अधिवक्तागण, बीमा कंपनियों के अधिकारीगण, बैंक, विद्युत, नगर निगम, लोक अभियोजन एवं अन्य विभागों के अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।
अनुज कुमार चन्सौरिया, जिला विधिक सहायता अधिकारी, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सागर के द्वारा नेशनल लोक अदालत में प्रकरणों के निराकरण में सहयोग देने के लिए सभी न्यायाधीशगण, विभिन्न विभागों के।अधिकारीगण, प्रशासनिक अधिकारीगण, पुलिस विभाग के अधिकारीगण अधिवक्तागण, समाजसेवीगण, न्यायालयीन कर्मचारीगण, समस्त समाचार पत्रों के संपादक/प्रधान संपादकगण, प्रिंट तथा इलेक्ट्रानिक मीडिया के सभी सदस्यगण द्वारा नेषनल लोक अदालत की सफलता हेतु विशेष रूप से सक्रिय सहयोग हेतु आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर फलदार वृक्षों का वितरण भी राजीनामा करने वाले पक्षकारों को न्याय वृक्ष के प्रतीक के रूप में प्रदान किया गया। विशेष प्रकरण के रूप में गोपालगंज, सागर की निवासी एक महिला आवेदक के द्वारा परिवार न्यायालय, सागर में अपने पति के विरूद्ध भरण-पोषण के लिये काफी समय पूर्व प्रकरण प्रस्तुत किया था और दोनों ही पति-पत्नि काफी समय से अलग-अलग रह रहे थे लेकिन आज नेशनल लोक अदालत में पीठासीन अधिकारी, ए0के0गर्ग एवं सुलहकर्ता श्रीमती सुधा मौर्य के द्वारा समझाईस दिए जाने पर दोनों पति-पत्नि ने राजी होकर अपने लंबित प्रकरण को समझौते के माध्यम से समाप्त किया और राजीखुशी से अपने घर गए।
गजेन्द्र ठाकुर की ख़बर-9302303212