चुनावी तैयारियां अब जोर पकड़ने लगी हैं हम मप्र के सागर जिले की बात करें तो यहां कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी प्रीति मैथिल नायक लगातार चुनावी बैठक ले रही हैं और अधीनस्थ अधिकरियों को निर्देशित कर रही हैं….
सागर–/आज शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय सागर में स्वीप गतिविधियों के सफल संचालन के लिये विधानसभा स्तर पर नियुक्त स्वीप नोडल अधिकारियों एवं जिले में नियुक्त केम्पस एम्बेसडरों के लिये एक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया,
प्रशिक्षण कार्यशाला को सम्बोधित करते हुये सहायक नोडल अधिकारी स्वीप डॉ. जी.एस. रोहित ने कहा कि विगत विधानसभा चुनाव में स्वीप गतिविधियों के माध्यम से जो कार्यक्रम आयोजित किये गये उनके सकारात्मक परिणाम मतदान प्रतिशत में 03 प्रतिशत वृद्धि के रूप में हमारे सामने आये। चुनाव आयोग की मंशा के अनुसार इस बार जिन विधानसभा क्षेत्रों में अधिक मतदान किया था उनको मेंटेंन किया जायेगा तथा जहा पर कम मतदान हुआ है उनको लक्षित कर अधिक मतदान के लिये प्रेरित किया जायेगा,
प्रशिक्षण प्रभारी डॉ. वाय.पी. सिंह ने कहा कि EVM मशीन के प्रदर्शन के समय उसे सीधे सूर्य की रोशनी में न रखें तथा प्रदर्शन के उपरांत सभी जमा की गई पर्चियों को एकत्रित कर प्रक्रियावद्ध तरीके से नियमानुसार विनिष्ट किया जायेगा, सहायक नोडल अधिकारी स्वीप डॉ. अमर कुमार जैन ने कहा कि मतदाताओं को हमें यह समझाना है कि मतदान उनके स्वयं के लिये कितना उपयोगी है तथा मतदान न करने से क्या-क्या हानियां उठानी पड़ती है। जिस प्रकार लोगों ने बिना किसी प्रशिक्षण के मोबाईल की उपयोगिता को स्वीकार किया है उसी प्रकार यदि हम उन्हें समझा सके कि मतदान क्या उपयोग है तो वे स्वयं आगे आकर मतदान करेंगे।
सहायक नोडल अधिकारी नीलेश चौबे ने स्वीप गतिविधियों के संदर्भ में स्वीप कैलेण्डर, स्वीप कार्य योजना तथा विभिन्न कार्यक्रमों के द्वारा मतदान प्रतिशत में वृद्धि के उपाये बताये साथ ही पावर प्वाईट प्रजेंटेंशन से समग्र प्रशिक्षण को समझाया। वी.पी. सिंह एच.पी. कुर्मी ने कहा कि वास्तव में लोकतंत्र के लिये यह सबसे बड़ा त्योहार है और हमे इसकी अहमियत को समझते हुये न केवल मतदान करना हो बल्कि परिवार के सभी सदस्यों को एक साथ ले जाकर मतदान कराना होगा।
प्रशिक्षण कार्यशाला में आनंद मंगल बोहरे ने कहा कि मतदान को अब साक्षरता एवं शिक्षा से जोड़ दिया है लेकिन यह एक अलग तरह की शिक्षा है
जिसमें चुनावी प्रक्रिया से मतदाताओं को साक्षर किया जाता है। प्रशिक्षण अवधि में दो लघु फिल्मों को दिखाकर तथा वोटर हेल्प लाईन तथा 1950 नम्बर डायल कर चुनाव संबंधी सभी जानकारियों के विषय में बताया गया। प्रशिक्षण में सभी शासकीय अशासकीय महाविद्यालयों के केम्पस एम्बेसडर उपस्थित थें तथा कार्यक्रम उपरांत मानव श्रंखला के रूप में प्रतीकात्मक रूप से अधिक मतदान करने की अपील की।