बीना रिफाइनरी के पास बनने वाले अस्थाई अस्पताल में उपलब्ध होंगी इलाज की उत्तम व्यवस्था
अप्रोच रोड, सब स्टेशन, कम्युनिकेशन सिस्टम विकसित करने के दिये निर्देश
सागर –
गतदिवस कलेक्टर दीपक सिंह द्वारा बीना रिफाइनरी की ऑक्सीजन प्लांट का भ्रमण किया गया जहाँ इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन का निर्माण होता है। उल्लेखनीय है कि इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन 90 प्रतिशत ऑक्सीजन की क्षमता वाली होती है जबकि मैडीकल ऑक्सीजन में ऑक्सीजन का प्रतिशत 95 प्रतिशत होता है। इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन को मेडिकल ऑक्सीजन में परिवर्तित कर उसे संक्रमित मरीजों के उपचार हेतु उपयोग में लाया जाएगा।
अस्पताल के लिए उन्होंने पीडब्ल्यूडी, एमपीईबी, पीआईयू अधिकारियों एवं स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि वे सक्रियता से इस दिशा में कार्य करें जिससे शीघ्र अतिशीघ्र ऑक्सीजन सप्लाई सहित समस्त व्यवस्थाएँ धरातल पर लाई जा सकें।
पीडब्लूडी के जायसवाल को उन्होंने दो रास्तों से करीब डेढ़ किलोमीटर की अप्रोच रोड बनाने के निर्देश दिए।इसी प्रकार इलेक्ट्रिसिटी की लगातार आपूर्ति हेतु एमपीईबी के अधिकारियों को सब स्टेशन का प्रपोजल बनाकर कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।
उन्होंने अस्थाई अस्पताल के स्थान पर कम्युनिकेशन सिस्टम के सुचारु रूप से चलने हेतु बी एस एन एल के प्रबंधक को इस संबंध में व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
उल्लेखनीय है कि राज्य शासन के द्वारा दिए गए निर्देशों एवं मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस की अध्यक्षता में आयोजित हुई बैठक के बाद कलेक्टर दीपक सिंह ने तत्काल कार्रवाई करते हुए बीओआरएल के समीप अस्थायी अस्पताल बनाने का निर्णय लिया तथा इस दिशा में कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।